अनिल जैन-
यह अखबार नहीं बल्कि एक प्रोडक्ट है जैसे जूता बनाने वाली कंपनी के लिए जूता एक प्रोडक्ट होता है। सांप्रदायिक और जातीय नफरत का जहर फैलाने में किसी भी टीवी चैनल से पीछे नहीं रहता।
वे सुधिजन अब कहां खड़े होंगे, जो इनकम टैक्स का छापा पडने के समय ‘स्टैंड विद भास्कर’ का बिल्ला लगा कर सोशल मीडिया पर इस अखबार की पैरोकारी कर रहे थे?
जो लोग इस अखबार की फितरत जानते हुए इसकी नीयत पर सवाल उठा रहे थे, उन्हें नसीहत दी जा रही थी कि इसने पहले क्या किया है, यह भूल कर इस समय इस अखबार के पक्ष में खड़ा होना चाहिए।
देश का एकमात्र स्वयंभू सत्ताविरोधी एंकर/पत्रकार जो पिछले कई दिनों से ट्वीटर और फेसबुक पर इस अखबार की मार्केटिंग/ब्रांडिंग कर रहा है, वह अब इस खबर पर क्या कहेगा?
One comment on “क्या bjp का एजेंडा फैलाने में जुट गया है दैनिक भास्कर?”
Agar na chapa to bhasker me chapa pad jata he