कुमार अरविंद सिंह-
Bjp it सेल ने तो अपने नेता अपनी पार्टी की अंतरराष्ट्रीय बेइज्जती करवा दी!
ये BJP में किसका आईडिया था कि एक The Guardian के नाम की नकल करके नकली वेबसाइट The Daily Guardian बनवा कर उस में मोदी जी की तारीफ करवा देना? उसके बाद सारे सेंट्रल मिनिस्टर ने उसको quote करके तारीफ के पुल बांध दिए।
बहुत अंतरराष्ट्रीय बेइज़्ज़ती हुई है इस से।
अब इंटरनेट बहुत फ़ास्ट है। अब ये पुराने आरएसएस के झूठ फैलाने के तरीके नहीं चल सकते। यही बात विपक्षी पार्टियों पर भी लागू है। जो तथाकथित The Guardian का clarification चल रहा है, उसकी प्रमाणिकता भी जांच लो। मुझे वो ट्वीट कहीं नहीं दिखा है और अंतरराष्ट्रीय अखबार ऐसे पैरोडी एकाउंट्स को respond भी नहीं करते हैं। दो प्रामाणिक फोटो डाल रहा हूँ।
श्याम मीरा सिंह-
शहर में पहली बार पता चला कि adidas कोई बड़ी कंपनी है जूतों की. जूते पहनते ही पहनने वाले की इज्जत में अचानक ही अप्रत्याशित वृद्धि हो जाती है. मैंने भी Adidas के जूते जैसे तैसे अरेंज किए. एक बार गांव पहनकर गया. जेब में रखा उसका बिल बार बार सबको दिखाया. मेरे चाचा(मौसा भी) के दो बच्चे हैं. उन्हें मेरे जूतों के बारे में पता चला तो वे हीन भावना में चले गए.
उन्होंने चाचा से कहा “पापा हमें भी Adidas के जूते चाहिए.”
चाचा फेक्ट्री मज़दूर हैं. फिर भी बच्चों का मन रखने के लिए कह दिया कि कोशिश करेंगे. अगले दिन चाचा ने दोनों बच्चों को दो जोड़ी जूते दे दिए. दोनों बच्चे मेरे पास आए. ये दिखाने के लिए अब उनके भी पास Adidas के जूते हैं. मैंने कहा अरे यार ये तो Adidas नहीं है, ये तो abibas है. दोनों बच्चे ठगे हुए से मूँह से अपने पापा के पास गए और बोले “पापा ये ADIDAS नहीं हैं ABIBAS हैं. इससे तो अच्छा था लेके ही न आते.” चाचा बोले बेटा ये ये Adidas की बहन है. अभी बहन से ही काम चलाओ।
ये कहानी मोदी जी की तारीफ़ में छपे एक आर्टिकल के बाद याद आई. भाजपा समर्थकों ने यूके के विश्वप्रसिद्ध अंग्रेज़ी अख़बार “द गार्जियन” के नाम से मिलती जुलती एक फ़र्ज़ी वेबसाइट बनाई, और नाम रख दिया “द डेली गार्जियन”. उसमें एक आर्टिकल छपा जिसमें मोदी के लिए एक फ़र्ज़ी खबर बनाते हुए एक चमचमाती हेडलाइन बनाई कि विपक्ष पर विश्वास मत करो, मोदी अच्छा काम कर रहे हैं.
इस खबर को पूरी भाजपा और उसके मंत्रियों ने ये कह कहके शेयर किया कि देश में विपक्ष राजनीति कर रहा है पर विदेशी अख़बार मोदी जी की भारी प्रशंसा कर रहे हैं. भक्त भी खुश. मोदी जी भी खुश. बाद में उस फ़र्ज़ी वेबसाइट की जाँच करने पर पता चला कि वो पूरी वेबसाइट ही फ़र्ज़ी है, और यूके की नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की है. द गार्जियन अख़बार को ट्वीट करना पड़ गया है कि भाई ये हमारे नाम का बिल कौन फाड़ रहा है. हमने कोई तारीफ़ नहीं की किसी की. पर भाजपा को अपने मासूम भक्तों में जो झूठा प्रचार करना था वो तो हो ही गया. मोदी जी भी इस मूड में हैं कि Adidas न सही तो Abibas ही सही.
साक्षी जोशी-
तो लीजिए… अब वो मोदी जी की तारीफ़ वाला supposed foreign media article (website probably running from somewhere in india) अब हटा दिया गया है। लेकिन ये लिखा किसने थे सोचिए… बीजेपी प्रवक्ता ने खुद!
Jis so called videshi media se Modi ki tareef k liye videshi guardian jaisa naam rakhi hui website se apne malik k liye tareef publish karayi hai uski asaliyat Pankaj Jain aur senior journalist Abhishek Sharma ne aapke samne rakhi hai
Ye purana tareeka ho gaya hai ab , public won’t buy this anymore
Kisi jaani maani videshi verified aur credible website jaisa naam rakh lo, apne logon se tweet ye kehkar kara lo ki dekho videshi media ne toh ye publish kiya hai , aur janta ko phir moorkh samjho
Asli guardian wo hai jisne Modi ko criticise kiya tha COVID HELL mein dhakelne ko
Jab videshi media criticise kare toh uske khilaf utar jaate hain aur dhoondh dhoondh kar videshi media type dikhne wale kisi se apne favor mein story karaane ki jaldi mein rehte hain
Last wali pic (India’s descent into covid hell) asli guardian ki hai , aur tareef wala iski sasti copy hai which only looks foreign by name
इस प्रकरण को विस्तार से समझने के लिए ये video देखें-