जिला शासकीय अधिवक्ता ने नोएडा कोर्ट को सूचित किया…. अदालत ने बीएन तिवारी समेत तीन आरोपियों की 14 जमानत याचिकाएं खारिज कर दीं…
नोएडा से सूचना है कि बाइक बोट घोटाले के मास्टरमाइंड्स में से एक बीएन तिवारी उर्फ बद्रीनाथ तिवारी समेत तीन आरोपियों की कुल 14 जमानत याचिकाएं खारिज हो चुकी हैं. इन याचिकाओं पर सुनवाई विशेष न्यायाधीश एससी/एसटी एक्ट की कोर्ट में चल रही थीं. बीएन तिवारी लखनऊ से संचालित लाइव टुडे चैनल का सीएमडी भी है.
जिला शासकीय अधिवक्ता ब्रह्मजीत सिंह ने अदालत को बताया कि मास्टरमाइंड बीएन तिवारी को संजय भाटी से भी बड़ा सरगना है. संजय भाटी और उसकी टीम के लोग बीएन तिवारी को रीढ़ की हड्डी बताते थे. जितना भी कैश कंपनी में आता था वह तिवारी के पास जाता था.
ज्ञात हो कि लखनऊ से चलने वाले लाइव टुडे नामक एक चैनल का मालिक भी है बीएन तिवारी. ये तिवारी इन दिनों फरार चल रहा है. उसने अदालत में विभिन्न मामलों में चार अग्रिम जमानत याचिकाएं दायर की हुईं थीं. जेल में बंद संजय भाटी के भाई पवन भाटी ने आठ मामलों में जमानत याचिका लगा रखी थी. इसके अलावा नोबल कोऑपरेटिव बैंक के सीईओ वीके शर्मा की तीन मामलों में जमानत याचिकाएं लगी हुईं थीं. ये सभी खारिज कर दी गई हैं.
सरकारी अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि बीएन तिवारी लंबे समय से फरार चल रहा है और उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई शुरू की जा चुकी है. बीएन तिवारी पर 60 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. जेल में बंद आरोपी पवन भाटी और नोबल कोऑपरेटिव बैंक के सीईओ वीके शर्मा की जमानत याचिकाओं का विरोध करते हुए सरकारी वकील ने कहा कि इन आरोपियों ने देश के लाखों निवेशकों से अरबों रुपयों की धोखाधड़ी की है, इसलिए इनका जेल से बाहर निकलना ठीक नहीं है.