प्रधानमंत्री श्री नरेद्र मोदी जी और उनके मेहुल भाइयों की कृपा से दीवालिया होने की कगार तक पहुँच चुके सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ग्राहकों की जेब नित नये बहानों से काटते हुए अपना घाटा पूरा करने के अभियान में जुटे हुए हैं। ग्राहकों को अपना मन बहलाने के लिए बैंक कोई सेवा का बहाना कर देते हैं लेकिन सरकारी कंपनी BSNL इनको बहुत पीछे छोड़ते हुए बिना कोई सेवा एक्टिवेट कराये सिर्फ उसकी एक कॉल आपके द्वारा रिसीव करने मात्र से ही आपके खाते से पैसे काट ले रहा है। है न कमाल !
मतलब आपने BSNL से आने वाली कॉल उठाई इसलिए जुर्माना भरिये ! यह है मोदी का नया इंडिया, डिजिटल इंडिया, बेलगाम इंडिया, बेखौफ इंडिया। कहाँ फरियाद करें? है कोई सुनने वाला? जब देश का मुखिया किसी की नहीं सुनता, किसी की परवाह नहीं करता तो उसका इंडिया ही क्यों किसी को घास डाले?
आजकल दूर-संचार कंपनियां उपभोक्ताओं की जेब अवैध रूप से काट कर नोट छाप रही हैं। आप इनकी कोई सेवा एक्टिवेट नहीं कराते लेकिन फिर भी आपको 10-20 रुपये से लेकर 30-40 रुपये तक का चूना लगा दिया जाता है। उपभोक्ताओं की जेब अवैध रूप से काट कर अपना धंधा चमकाने में अब सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी BSNL भी शामिल हो गई है।
आज मेरे बीएसएनएल मोबाइल नंबर पर +911211409882105 से एक कॉल आई जिसे मैंने उठाया और कोई बटन दबाये या एक भी शब्द बोले बिना तुरंत काट भी दिया। इसके तत्काल बाद ही मुझे संदेश मिला कि किसी ‘Bollywood Junction’ नामक सेवा के लिए मेरे खाते से 30 रु. की कटौती कर ली गई है। मैंने तुरंत इसकी शिकायत बीएसएनएल के कॉल सेटर नंबर 9412024365 पर की। वहाँ बैठी मोहतरमा का कहना था कि मैंने उक्त सेवा एक्टिवेट कराई है, इसीलिए पैसे काटे गये हैं।
इससे पहले भी 12 जुलाइ, 2018 को भी किसी ‘GAME’ सेवा के लिए मेरे खाते से 10 रु. अवैध रूप से जबरन काट लिये गये थे, जबकि मैंने ऐसी कोई सेवा चालू नहीं कराई थी। मैंने इस सेवा को तुरंत निष्क्रिय कराते हुए शिकायत दर्ज की। इसके बाद 28 जुलाइ को मुझे संदेश मिला कि मेरी उपरोक्त शिकायत को बंद कर दिया गया है। क्यों बंद किया, इसका कोई कारण नहीं बताया गया। इस तरह गैर-कानूनी प्रक्रिया अपनाते हुए मेरे खाते से कुल धनराशि 10+30 = 40 रु. BSNL द्वारा काट लिये गये हैं।
अब जरा विचार कीजिये, यह एक बहुत बड़ा गोरखधंधा है जिसमें उपभोक्ताओं से एक ही दिन में लाखों-करोड़ों की अवैध वसूली की जाती है। BSNL तो सरकारी कंपनी है, फिर यह सब क्यों और किसके कहने से किया जा रहा है? इसके लिए कौन है जिम्मेदार?
हे मोदी महान ! हे धर्मावतार !! आप तो देश को भ्रष्टाचार से मुक्ति देने अवतरित हुए थे लेकिन अब तो आपकी सरकार ही भ्रष्टाचार, डकैती और शोषण में आकंठ डूबी हुई है। हे महामानव ! गरीबों का सबकुछ निचोड़ कर अपने पूंजीपति दोस्तों का घर भरने से यदि आपको थोड़ा फुर्सत मिले तो जरा अपने गिरेबान में एक बार झांक कर आत्म-चिंतन जरूर कीजियेगा कि आपको प्रधानमंत्री बनाने से देश के बहुसंख्यक गरीब-गुरबा को क्या मिला? वह किस भरोसे आपको एक बार फिर से देश की सत्ता सौंप दे?
श्यामसिंह रावत
वरिष्ठ पत्रकार