क्लब हाउस मीडिया के लीक चैट को लेकर ट्वीटर पर तूफान मचा हुआ है. इसके लीक कंटेंट को हर कोई अपने अपने तरीके से व्याख्यायित कर रहा है.
इसी मसले पर Sanjeev Chandan फेसबुक पर लिखते हैं-
प्रशांत किशोर का एक ग्रुप चैट लीक हुआ है। भाजपा वाले उसे ट्वीट कर रहे हैं। ग्रुप में रवीश कुमार भी दिख रहे हैं। प्रशांत चैट में बात कर रहे हैं कि बंगाल में ‘मुस्लिम तुष्टिकरण’ हावी रहा है। पहली बार हिंदुओं को लग रहा है कि उनकी राजनीति हो रही है। प्रशांत यह भी कह रहे हैं कि मोदी बंगाल में ममता की तरह लोकप्रिय हैं। इन बातों में आश्चर्य क्या? प्रशांत जिस लोकेशन से आते हैं उसकी धारणा से अलग क्या बोल रहे हैं वे। आंकड़ों के विश्लेषण से रणनीति बनाने वाले प्रशांत को तबज्जो दिया जाना ही लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। प्रशांत की कोई राजनीति नहीं है। हर तरह का आइटम बेचने वाले दुकानदार हैं प्रशांत। भाजपा-जदयू-कांग्रेस-टीएमसी सबके लिए समान भाव से काम करते हैं प्रशांत। मुश्किल यह है कि जनता में विश्वास न कर प्रशांत या ईवीएम थियरी में विश्वास करना ठीक वैसा ही जैसा ज्योतिषी में विश्वास करना। बिहार में जब नीतीश कुमार और लालू प्रसाद एक साथ आ गए थे तो जीत बदली राजनीति ने दिलाई थी कि प्रशांत ने? लेकिन श्रेय प्रशांत ले गये। प्रशांत की वाहवाही के लिए उनके मीडिया के यार या उनके ही लोकेशन के मीडियाकर्मी बैठे ही हैं। गोदी मीडिया और सरोकारी मीडिया की बायनरी चलाने वाले रवीश कुमार लेकिन प्रशांत के चैट ग्रुप में क्या कर रहे हैं? सवाल यही है। कुछ आपदा में अवसर के पत्रकार-लेखक आदि का होना तो समझ में आता है। लेकिन रवीश?
फेसबुक पर Prashant Singh लिखते हैं-
कुछ पत्रकारों ने कल रात क्लब हाउस ग्रुप में बंगाल चुनाव को लेकर चर्चा की जिसमें ममता दीदी के रणनीतिकार प्रशांत किशोर के जवाब सबसे चर्चित रहे। एक सवाल रवीश कुमार का था कि इतनी मैसिव इकॉनमी क्राइसेस के बावजूद एंटी इनकंबेंसी पीएम मोदी के खिलाफ क्यों नहीं है? इसका जवाब देते हुए प्रशांत किशोर कहते हैं “15 प्रतिशत से 25प्रतिशत ऐसे लोग हैं, जिनको मोदी में भगवान दिखता है. अभी हम जो पॉलिटिशियन का सर्वे कर रहे हैं उसमें मोदी और ममता बनर्जी को बराबर पॉपुलर हैं। इसके साथ ही करीब 27 प्रतिशत दलित बीजेपी के साथ खड़ा है।” वहीं लेफ्ट को लेकर प्रशान्त किशोर का मानना है कि “किसी भी तरीके से बीजेपी आ जाए, तो लेफ्ट सोच रही है कि उसकी दुकान खुल जाएगी” धर्म को लेकर प्रशांत किशोर कहते हैं कि “अब तक 20 साल में जो भी सरकार बनी उसको लगा कि जिसको मुसलमान वोट करेगा वो सरकार बनाएगा। अब तक का पॉलिटकल इकोसिस्टम ये है कि चाहे वो लेफ्ट हो, कांग्रेस या दीदी हो सब के सब मुस्लिम वोट लेने के लिए रही। और पहली बार हिंदुओं को लग रहा है कि हमको भी तो कोई पूछ रहा है”
क्लब हाउस पर कुछ अन्य प्रतिक्रियाओं के स्क्रीनशाट देखें-
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