‘प्रेस क्लब ऑफ इंडिया भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है और इसके खिलाफ जो भी बोलता है उसकी ज़ुबान पे ताला लगा दिया जाता है, क्लब से बाहर का रास्ता दिखा के!’
यह बात आज दिल्ली की एक अदालत के सामने क्लब से निकाले गए द हिंदू से सेवानिवृत वरिष्ठ पत्रकार निर्निमेष कुमार के वकील ललन चौधरी ने कही।
श्री चौधरी मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट प्रीति परेवा की अदालत में निर्निमेष कुमार के निष्कासन पर रोक लगाने की अर्जी पर बहस कर रहे थे।
श्री चौधरी ने आगे अपनी जिरह में कहा कि निर्निमेष कुमार ने क्लब में व्याप्त भ्रष्टाचार के बारे में सोशल मीडिया पर जो भी लिखा है, वह सच है और उसका पुख्ता साक्ष्य है। चाहे वह क्लब के अंदर रेलवे में नौकरी देने के नाम पर ठगी और धोखाधड़ी का मामला हो, या पांच लाख रूपये नकद राशि के गबन का या फिर स्थानीय सांसद विकास निधि के 32 लाख रूपये से खरीदे गए जिम के समान को कौड़ी के बेचने का।
मुवक्किल के वकील ने वर्तमान खज़ांची द्वारा क्लब प्रबंधन को भेजे गए उस पत्र को भी पढ़ा जिसमें क्लब में व्याप्त भ्रष्टाचार की चर्चा है और क्लब के अकाउंट्स की फोरेंसिक जांच की मांग की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान खजांची सुधि रंजन को यह पत्र लिखने के लिए एक महीने के लिए क्लब से बाहर कर दिया गया।
“The Press Club of India has become a den of corruption and whosoever raises voice against it, they are muzzled,” My lawyer Lalan Chaudhary before a court while arguing for stay on termination of my membership of the club. The argument will continue on April 23.