Samar Anarya : सिर्फ़ इसलिए कि अमित शाह जी के नेतृत्व वाले गृह मंत्रालय से सीआरपीएफ़ के जवानों का राशन का पैसा जारी करने में कुछ महीनों की देरी हो गयी, सीआरपीएफ़ के पास राशन का पैसा नहीं बचा, मीडिया ये ख़बर छाप के जवानों का मनोबल कम करेगा?
शर्मनाक!
यह ख़बर छापने वाले सभी अख़बारों पर प्रतिबंध की माँग करता हूँ।
देश पहले, राशन बाद में।
भामाकीजै।
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारवादी अविनाश पांडेय उर्फ समर अनार्या की एफबी वॉल से.
इसे भी देखें, एक जवान की पीड़ा और उसका साहस….
वाह बहादुर!
सैल्यूट आपकी राष्ट्रभक्ति और जिजीविषा को!
शेम शेम उन नियंताओं को जो इन जीवट जुझारू जवानों को समय से भरपेट भोजन भी नहीं उपलब्ध करा पाते!
इस जवान के सम्मान में ये वीडियो ज़रूर देखें-दिखाएं!