डेली हंट द्वारा कई आफिसेज बंद करने से काम करने वाले सैकड़ों लोगों के चेहरे उतर गए हैं. इन्हीं में से एक पीड़ित ने डेली हंट को पत्र भेजा है जिसे नीचे प्रकाशित किया जा रहा है. पत्र भेजने वाले का नाम पहचान छुपा दिया गया है…
ज्ञात हो कि लोकल प्ले नामक कंपनी को डेली हंट ने एक्वायर किया है. गुंजन केजरीवाल लोकल प्ले के मालिक हैं और शिवेन्द्र एडिटर. इन दोनों लोगों का ही डेली हंट में बोलबाला है. ये चाहें शोषण करें या कंटेंट पार्टनर पर दबाव बना कर अपनी कंपनी के थ्रू काम करें, कोई रोकटोक नहीं है.
बताया जाात है कि डेली प्ले की तरफ से रिपोर्टर को 15 से 20 रुपये प्रति स्टोरी दिया जाता है. वह भी 3 महीने के बाद. बेरोजगारी इतनी है कि लोग फ्री में काम करने को तैयार हैं. इसी का फायदा ये लोग उठा रहे हैं. लोकल प्ले के एक रिपोर्टर का महीने का बिल मैक्सिमम 1400 रुपये बनता है.
उधर, विसुअल, ऑफिसियल बाइट, स्क्रिप्ट, वॉइस ओवर, एडिटिंग के साथ 85 रुपये में काम करा कर डेली हंट को 195 में बेचा जा रहा है.
चर्चा ये भी है कि जितने ज़िले बन्द किए जा रहे हैं, उन सभी ज़िलों को कंपनी ने नहीं बन्द किया है. इनको ठेकेदार किस्म के लोगों ने बन्द किया है जो शोषण करने के लिए कुख्यात हैं. इन ज़िलों का काम ठेकेदार लोग अपनी कंपनी के थ्रू राजस्थान और उत्तराखंड से करा रहे हैं.
मूल खबर-
डेली हंट ने भी 150 जिलों में वीडियो कंटेंट का काम बंद कराया!
एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित. अगर डेलीहंट या लोकल प्ले की तरफ से उनका पक्ष आता है तो ससम्मान प्रकाशित किया जाएगा.