दिल को सेहतमंद रखने का तरीका है कि इसे बीमार ही न होने दें। इसके लिए इन बातों का ध्यान रखें:
- स्मोकिंग न करें। स्मोकिंग करने से दिल की बीमारी की आशंका 50 फीसदी तक बढ़ जाती है।
- अपना लोअर बीपी 80 से कम रखें। ब्लड प्रेशर ज्यादा हो तो दिल के लिए काफी खतरा है।
- फास्टिंग शुगर भी 80 से कम रखें। डायबीटीज और दिल की बीमारी आपस में जुड़ी हुई हैं।
- रोजाना कम-से-कम 45 मिनट सैर और एक्सरसाइज जरूर करें।
- तनाव न लें।
- रेग्युलर चेकअप कराएं, खासकर रिस्क फैक्टर हैं तो और भी जरूरी। साथ ही कार्बोहाइड्रेट, नमक और तेल कम खाएं।
- डायबीटीज है तो शुगर के अलावा बीपी और कॉलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल में रखें।
- फल और सब्जियां खूब खाएं। दिनभर अलग-अलग रंग के 5 तरह के फल और सब्जियां खाएं। मौसमी फल-सब्जियां फायदेमंद हैं।
- रेड मीट (चार पैरोंवाले के जानवरों का मीट) कम खाएं। यह वजन बढ़ाने के अलावा दिल के लिए भी खतरनाक है।
- कॉलेस्ट्रॉल लेवल 200 से कम रखें।
कब होती है टेस्ट की जरूरत
- हल्का काम करने या फिर बैठे-बैठे भी सांस फूले।
- सीने में दर्द की शिकायत हो यानी एंजाइना के लक्षण हों।
- हार्ट अटैक के लक्षण हों।
- अगर दिल की बीमारी की ज्यादा रिस्की हिस्ट्री (माता या पिता को 40 साल या कम उम्र में दिल की बीमारी हुई हो) है।
- अगर सीढ़ियों से 2 मंजिल तक चढ़ने पर सांस नहीं फूलता तो मान सकते हैं कि दिल फिट है।
वेस्ट यूपी निवासी पत्रकार हरेंद्र मोरल दिल के रोगी होने की कगार पर खड़े हैं. समय से पता चल गया. अब वे एहतियात बरतेंगे. पढ़िए उनकी पोस्ट
Harendra Moral-
कुछ दिनों से थकावट और बेचैनी सी महसूस हो रही थी। अंदर से शरीर गवाही दे रहा था कि कुछ गड़बड़ है। चेकअप कराए तो पता चला कि कॉलेसट्रॉल बढ़ रहा है वो भी लगभग दोगुने स्तर तक। खास बात ये है कि वल्र्ड हार्ट डे के दिन ही पता चला कि हम भी दिल के मरीज होते जा रहे हैं। किसी से बात हुई तो उसने कहा भाईसाब थोड़ा सा और बढ़ा तो कभी भी अटैक की जद में आ सकते हैं, ये चोर बीमारी है चुपचाप आपके शरीर में घुसती है और धीरे धीरे घर करती जाती है।
खैर, एक भाई ने एक वरिष्ठ चिकित्सक से पूछकर कुछ दवाई भी बता दी। क्योंकि अपने कई यार दोस्तों और रिश्तेदारों के बारे में सुन रखा था कि कम उम्र में ही उन्हें हार्टअटैक और दिल की अन्य बीमारियों से जूझना पड़ा तो इस बीमारी को हल्के में ना लेते हुए तमाम एहतियात बरतनी शुरू कर दी।
इसी बीच यू ट्यूब और इंटरनेट पर खोजते पढ़ते जानकारी मिली की दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें दिल की बीमारी से ही होती हैं और उसमें भी कॉलेस्ट्रॉल अनियंत्रित होने से सबसे ज्यादा। हाल ही में एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला का किस्सा सबके सामने था ही।
विशेषज्ञों और डॉक्टरों के अनुसार कॉलेस्ट्रॉल बढ़ने का मुख्य कारण है बिगड़ती लाइफस्टाइल। वही, बिना कुछ शारीरिक मेहनत किए अनाप शनाप खाना। हालांकि खाने के मामले में मैं हमेशा से ही परहेज करता था लेकिन शारीरिक श्रम बिल्कुल खत्म सा ही हो गया सो इसका खामियाजा भी भुगतना था ही।
खैर जल्द ही पता लग गया तो इसे कंट्रोल करने की भी पूरी कोशिश की जाएगी। ऐसे में आप सबके लिए भी सलाह है कि दिल से जुड़ी बीमारी को कतई हल्के में ना लें। बेशक खूब खाएं लेकिन लेकिन उसे पचाने जितनी मेहनत जरूर कर लें।