जी और सोनी के विलय को लेकर मीडिया में चल रही खबरें महज अफवाह हैं। जी एंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज ने उन तमाम मीडिया रिपोर्ट्स को ख़ारिज कर दिया है जो सोनी और जी के बीच 1 हजार करोड़ डॉलर का विलय सौदे के रद्द होने की बात कर रहे थे। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कि सोनी समूह इस विलय सौदे को रद्द करने जा रहा है।
आपको बता दें कि जी और सोनी के बीच का विलय लंबे समय से अटका पड़ा है। 21 जनवरी तक का वक्त ग्रेस पीरियड के लिए दिया गया है। यह तारीख भी नजदीक है। वहीं पेंच इस बात को लेकर फंसा है कि विलय के बाद बनने वाली कम्पनी के सीईओ जी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ पुनीत गोयनका ही होंगे। इस मसले पर सहमति नहीं बन पा रही है।
उधर सेबी ने वित्तीय अनियमितताओं की वजह से पुनीत गोयनका, जी के किसी भी कंपनी में मैनेजेरियल पोस्ट संभालने पर रोक लगा दी है। सेबी के इस निर्देश पर सोनी समूह ने चिंता भी व्यक्त की है।
मालूम हो कि जी और सोनी के बीच विलय की शुरुआत सितंबर 2021 में हुई थी। डेफिनिटिव समझौते पर हस्ताक्षर दिसंबर 2023 में हुए। इस विलय को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग, एनएसई, बीएसई, कम्पनी के शेयर होल्डर्स और लेनदारों से नियामक मंजूरी मिल चुकी है।
उधर सोनी पिक्चर्स और जी एंटरटेनमेंट के विलय को लेकर ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के बाद जी के शेयर लुढ़क गए और इंट्रा में 10 प्रतिशत तक टूट गए। वहीं जी एंटरटेनमेंट की तरफ से यह बयान सामने आया कि वह सोनी के साथ विलय के लिए प्रतिबद्ध है और वह इस दिशा में काम कर नहा है।
आपको बता दें कि अगर ये विलय सौदा सफल हो जाता है तो ये 10 अरब डॉलर के कारोबार वाला देश का सबसे बड़ा मीडिया समूह जो जाएगा।