लखनऊ : आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने गौरी हत्याकांड में फर्जी ढंग से फंसाए गए अनुज गौतम के तेलीबाग स्थित आवास पर जा कर मुलाकात की. वहां अनुज और उसके घर वालों ने ठाकुर को बताया कि किस प्रकार पुलिस वाले उसे बर्तन चोरी के मामले में घर से ले गए और विरोध करने पर मारापीटा. फिर अगले दिन गौरी हत्याकांड का मुलजिम बना कर जेल भेज दिया.
अनुज एवं उसके परिजनों से बातचीत करते आईपीएस अमिताभ ठाकुर
अनुज ने कहा कि जिस मजिस्ट्रेट के सामने उसे पेश किया गया, उन्होंने भी पुलिस से कहा कि इसे छोड़ दो पर विवेचक महंथ यादव ने कहा कि दो-तीन बाद छोड़ देंगे लेकिन वह 66 दिन जेल में रहा. अनुज और उनके पिता गंगा प्रसाद गौतम आगे किसी भी प्रकार से मामले को बढ़ाने से काफी डर रहे थे कि कहीं पुलिसवाले उन्हें फिर से न फंसा दें. काफी हिम्मत दिलाने पर वे तैयार हुए और उन्होंने ठाकुर से लिखित रूप में कहा है कि वे इस प्रकार फर्जी फंसाए जाने के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ना चाहते हैं और यह अनुरोध किया है कि वे इसमें उनकी सहायता करें.
ठाकुर ने उन्हें आश्वस्त किया है कि वे और उनकी पत्नी अधिवक्ता डॉ नूतन ठाकुर इस विधिक लड़ाई में उनकी पूरी मदद करेंगे और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग सहित हर सक्षम स्थान पर उनकी बात ले जायेंगे.