Govind Patel : अपनों से अपनी बात… पत्रकारिता को अलविदा… आप इसे मेरे प्रोफेशन का तीसरा परिवर्तन मान सकते हैं। 1999 में इंजीनियरिंग में दाखिला नहीं मिलने के बाद मैंने अपने गांव धमधा में स्क्रीन प्रिटिंग का काम शुरू किया। उस दौरान हम लोगों ने रचनात्मक और सामाजिक कार्य के लिए संगम युवा क्लब गठन किया था। इन कार्यों के लिए मुझे जिला यूथ अवार्ड से 2003 में पुरस्कृत भी किया गया। तब लगा की जीवनभर इसी प्रिटिंग को व्यवसाय बनाकर रचनात्मक और समाजसेवा का काम करना है।
दूसरा परिवर्तन तब आया, जब मैंने ट्रेनी जर्नलिस्ट के रुप में अपना आवेदन दैनिक भास्कर रायपुर में भेजा। दैनिक भास्कर की लिखित परीक्षा में प्रश्न पूछा गया था कि आज के संपादकीय पेज में क्या लेख छपा है… मैंने जवाब दिया था। आज तो रविवार है और रविवार को संपादकीय लेख छपता ही नहीं। यहीं से मेरे पत्रकारिता जीवन की शुरुआत हुई। दैनिक भास्कर भिलाई में मुझे बतौर सह-संपादक नियुक्ति दी गई। कुछ साल काम करने के बाद मैं रायपुर आया। यहां डेढ़ साल नई दुनिया को मिला दें तो लगभग 10 साल तक काम किया। अभी दैनिक भास्कर रायपुर में विशेष संवाददाता के रूप में पदस्थ हूं। 2009 में मुझे राज्य शासन ने चंदूलाल चंद्राकर पत्रकारिता सम्मान दिया।
अब तीसरे परिवर्तन की बारी है। मित्रों मेरा चयन छत्तीसगढ़ राज्य पावर होल्डिंग कंपनी में बतौर पब्लिसिटी असिस्टेंट के रुप में हुआ है। मुझे छत्तीसगढ़ राज्य ट्रांसमिशन कंपनी में रायपुर मुख्यालय में पदस्थ किया जा रहा है। मैं सोच रहा हूं कि तीसरे परिवर्तन की तैयारी की जाए। और कुछ नया किया जाए। मुझे पता नहीं कि मेरा यह फैसला कितना उचित होगा। पत्रकारिता छोड़कर जनसंपर्क की नौकरी। आप लोगों के मार्गदर्शन, सहयोग और आशीर्वाद की जरुरत मुझे हर पग में पड़ेगी। कृपया स्नेह बनाए रखें।
पत्रकार गोविंद पटेल के फेसबुक वॉल से.
Comments on “गोविंद पटेल ने पत्रकारिता को अलविदा कहा, जनसंपर्क की नौकरी शुरू करेंगे”
sahi hain patrkaarita main dalaalon kee jarurat hain
Thanks abhisek ji
Aapka abhar
🙂 .,………….
Govind
Thanks
Abishek ji