Deepankar Patel : …और गुलाब कोठारी जी को एडिटोरियल लिखने के लिए रामनाथ गोयनका मिल गया है…. (राजस्थान सरकार से “ब्लैंक आउट” टक्टर लेने के लिए)… लेकिन इस ब्लैंक आउट में सरजी के सफेद झूठ माफ हो गये… आरक्षण पर लिखी गई दुर्भावना माफ हो गई… हिन्दुत्व फैलाने की एजेंडाबाज पत्रकारिता माफ हो गई…
बढ़िया है साल भर में एक ठीक-ठाक लेख लिखिए, पत्रकारिता का “सबसे बड़ा सम्मान” झटक लीजिए. बाकी साल भर अपना एजेंडा जय हिंद करते रहिए. आपकी साख भी रहेगी राजनीति के साकी भी रहेंगे. जिसने सर जी का हिंदू-मुस्लिम, भारतीय संस्कृति, आरक्षण आदि पर लिखा कुछ पढ़ा हो वो जरूर कमेंट करे….
युवा पत्रकार दीपांकर पटेल की एफबी वॉल से.