
नरेंद्र कुमार झा-
पूजा सिंघल जी के बारे में जो कुछ रांची में रहते हुए जान सका था, वो यह…. कि वो मुख्यमंत्री जी की करीबी हैं । 30% बंधा हुआ था , काम कोई भी हो … आज उनके घर मे ED की raid हुई । 17 करोड़ नकद मिले हैं । बांकी सब चंगा सी… झारखंड की राजनीति में बदलाव के साफ संकेत दिख रहे हैं ।
आशुतोष कुमार ओझा-
खूब पढ़िए लेकिन IAS बनने के बाद पूजा सिंघल कतई न बनिए। अभी तो सिर्फ 25 करोड़ कैश मिले हैं। गिनती अभी चालू है।
विवेक कुमार-
ईडी के सूत्रों के मुताबिक पूजा सिंघल के तमाम ठिकानों पर छापेमारी में अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर प्रापर्टी के दस्तावेज और नकदी की बरामदगी की है। छापेमारी की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद ईडी तमाम दस्तावेज की स्क्रूटनी अपने स्तर से करेगा। इसके बाद पूजा सिंघल समेत अन्य को पूछताछ के लिए समन भेजा जाएगा। ईडी उनका बयान दर्ज करेगा। अगर जांच के क्रम में यह साबित हो गया कि उन्होंने अवैध तरीके से पूरी संपत्ति अर्जित की है तो उसे अटैच करने की दिशा में कार्रवाई होगी। राज्य में ईडी से जुड़े अन्य मामलों में ऐसा हो चुका है। मुकदमे की प्रक्रिया आरंभ करने के लिए ईडी आरोपपत्र तैयार करेगा। इसमें मनी लौंड्रिंग के तहत भी कार्रवाई संभव है। ईडी के समक्ष बयान दर्ज कराना होगा। अगर आरोप साबित हुआ तो इस मामले में 10 वर्ष तक की सजा हो सकती है। पूछताछ के बाद आरोपितों को गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
अमिताभ श्रीवास्तव-
भारत देश में लोकतंत्र अब ऐसी अवस्था में पहुंच चुका है जहां वह सब हो रहा है जिसे पहले अकल्पनीय समझा जाता था। जिसे दिल्ली पुलिस चाहिए थी मगर नहीं मिली, वह पंजाब पुलिस पाकर डंडे के ज़ोर पर अपने विरोधियों से निपटने में लग गया है। एक गली मुहल्ले छाप नेता के लिए दो राज्यों की पुलिस आपस में भिड़ रही है । एक आईएएस अधिकारी के घर छापे में इतना रुपया मिला है कि मशीन लगाकर गिनना पड़ रहा है। उधर, भ्रष्ट और निकम्मी कार्यपालिका से परेशान सुप्रीम कोर्ट कह रहा है हम क्या क्या करें।
Comments on “21 साल की उम्र में ias बनने वाली ये भ्रष्ट महिला अफ़सर हर cm की चहेती रही है!”
बरखास्त करो इसको और अगर बर्खास्त न किया जाए तो राजनीतिक व्यवस्था को ही भ्रष्ट समझना और उसको चुनाव में बदल देना
चुनाव में वोट सिर्फ अपने विषयों के आधार पर न देना बल्कि किसकी कितनी संपत्ति बढ़ रही हो ये भी देख लेना
राजनीति में जो सेवा करने नही बल्कि अपनी संपत्ति बढ़ाने आए उसको हराकर बाहर भेज देना क्युकी यही लोग भ्रष्टाचार बढ़ाते हैं
अत्यधिक संपत्ति बढ़ानी हो तो व्यापार करो राजनीति नहीं
जनहित बचाओ सभा
ऐसे ही अधिकारियों ने झारखंड का बंटाधार कर रखा है। गरीब और गरीब होते चले गए ,अधिकारी भ्रष्टाचार में डूब रहे।
Aaj loga ka nyaypalika per Bharosa hai Lekin karypalika per nahin kyunki vah bhrasht aur nikammi ho chuki hai