देवरिया निवासी सुनील राव मुंबई से पैसा कमाकर लौटे तो राजनीति व मीडिया में सक्रिय हो गए. ‘आईबीएन भारत’ नाम से डिजिटल चैनल खोला. आफताब आलम बनाए गए एमडी. एसके श्रीवास्तव निदेशक. योगेश पांडे एंकर है. इनके साथ ही कई और रिपोर्टर व कर्मियों को टीम में शामिल किया गया।
इनमें एक हैं सुमति सक्सेना.
इसके बाद आया लॉक डाउन. दो कमरे के ऑफिस वाला चैनल यू ट्यूब पर चलने लगा. सुमति के निशाने पर जो 7 लोग थे, उनको विदा कर दिया गया. बिना किसी सैलरी के.
सुनील राव का बिजनेस क्या है, किसी को नहीं पता, लेकिन जो चैनल में उनके आदेश आते हैं, वो किसी मजदूरों के ठेकेदार वाले ही होते हैं.
पीएम सीएम भले नौकरी से न निकालने की बात करते हों, सेलरी न काटने की बात करते हों, लेकिन उनका कोई भी आदेश निर्देश यहां नहीं चलता.
ये मामला लखनऊ का है. ऑफिस बादशाह नगर मेट्रो स्टेशन के पास यश सिल्वर हाईट में चौथी मंजिल पर है.
एक पीड़ित मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
देखें चैनल का पक्ष-
भड़ास मीडिया के द्वारा पता चला की IBN भारत न्यूज़ पोर्टल के द्वारा अपने 7 कर्मचारियों को अचानक बाहर निकाल दिया, और वो भी बिना सैलेरी दिए। सैलेरी से संबंधित इस ख़बर का IBN भारत पूर्ण रूप से खंडन करता है। इसमें कोई सत्यता नहीं है. इसका हमारे पास पूर्ण सबूत है. इन 7 कर्मचारियों की सत्यता यदि उजागर कर दी जाए तो इनकी मीडिया लाइन से करियर समाप्त हो जाएगी। लेकिन IBN भारत उजागर नहीं करना चाहता। भड़ास मीडिया से निवेदन है कि इस तरह की खबर चलाने से पहले सत्यता की जांच अवस्य कर लें।
Comments on “लखनऊ में ‘आईबीएन भारत’ से एक झटके में बिना सेलरी निकाल दिया 7 मीडियाकर्मियों को”
IBN भारत न्यूज़ पोर्टल के द्वारा अपने 7 कर्मचारियों को अचानक बाहर निकाल दिया।और वो भी बिना सैलेरी दिए ,सैलेरी से संबंधित ख़बर का IBN भारत पूर्ण रूप से खंडन करता है।
जिसमे कोई सत्यता नहीं है.जिसका हमारे पास पूर्ण सबूत है.इन 7 कर्मचारियों की सत्यता यदि उजागर कर दिया जाए तो इनकी मीडिया लाइन से करियर समाप्त हो जाएगी।
मैं S K SINGH – लगभग 5 सालों से पत्रकारिता का कार्य कर रहा हूं। पत्रकारिता में मुझे किसी को न्याय दिलाने एवं न्याय की आवाज उठाने में मुझे बहुत ही आनंद आता है