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आईएफडब्ल्यूजे की मथुरा बैठक अवैध, अब बनारस या आगरा में पुन: नियमानुसार होगी बैठक

इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय सचिव (नार्थ) हेमंत तिवारी ने एक सरकुलर जारी कर आईएफडब्ल्यूजे की मथुरा में दिनांक 29-30 नवंबर 2015 को संपन्न बैठक को अवैध बताया है। श्री तिवारी ने Secy. (North) Dec/2015  के अंतर्गत सरकुलर में राष्ट्रीय अध्यक्ष के. विक्रम राव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि मथुरा में जो बैठक बुलाई गई थी उस बैठक को आयोजित करने वाले संस्था की तरफ से अधिकृत नहीं थे। आईएफडब्ल्यूजे के संविधान के अनुसार बैठक राष्ट्रीय महासचिव आमंत्रित करते हैं और उनके द्वारा ही सरकुलर जारी कर बैठक की सूचना सभी को दी जाती है।

 

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मथुरा में आयोजित बैठक की जानकारी स्वयं राष्ट्रीय महासचिव को नहीं थी। जिन लोगों ने मथुरा में बैठक का आयोजन किया था उन पर कार्यक्रम के नाम पर चंदा उगाही के गंभीर आरोप लगे है। यहां तक की समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से सम्मान कराने के नाम पर जिला प्रशासन से चंदा उगाही की खबर इंटेलिजेस विभाग से मुलायसिंह यादव को मिली तो उन्होंने अपने पूर्व निर्धारित पत्रकारों के सम्मेलन में पहुंचने का कार्यक्रम निरस्त कर दिया। मथुरा में जो वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाने की बात कही गई वह के. डी. डेंटल कालेज के एक छोटे से कक्ष में आयोजित की गई। वर्किंग कमेटी की बैठक में केवल आईएफडब्ल्यूजे के निर्वाचित वर्किंग कमेटी मेम्बर, उपाध्यक्ष, 6 सचिव जिसमें एक महिला और एक मुख्यालय सचिव, कोषाध्यक्ष, अध्यक्ष होते है जिन्हें आईएफडब्ल्यूजे के संविधान में वोटिंग पावर दिया गया है।

इसके साथ ही राज्यों की संबंद्ध इकाई के अध्यक्ष और महासचिव भी बैठक में उपस्थित रह सकते है, लेकिन उन्हें वोटिंग अधिकार नहीं है। इस बैठक में 11 वर्किंग कमेटी के सदस्य और पदाधिकारी बाहर थे केवल 4 सदस्य बैठक में मौजूद थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर इन 11 सदस्यों को भीतर जाने से रोकने के लिए स्थानीय समिति ने बाउंसर की व्यवस्था की थी। आयोजकों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर बड़ी संख्या में विशेष आमंत्रित सदस्यों और अन्य अवांछनिय लोगों को बैठाकर बैठक संपन्न करा ली। इस बैठक में आईएफडब्ल्यूजे से संबंद्ध कई राज्यों की इकाईयों के प्रतिनिधि अधिकारिक सूचना न मिल पाने की वजह से मथुरा नहीं आए। इसी तरह आईएफडब्ल्यूजे के 10 कार्यकारिणी सदस्यों ने इस अवैध बैठक का बहिष्कार किया।

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मथुरा में 11 पदाधिकारियों को बैठक से बाहर रखा गया उसमें आईएफडब्ल्यूजे के उपाध्यक्ष श्री बी. बी. मल्लिकार्जुन, उपाध्क्ष श्री सत्या पारिख, सचिव (सेन्ट्रल) कृष्णमोहन झा, सचिव (साउथ) असदुल्ला, सचिव (नार्थ) हेमंत तिवारी, वर्किंग कमेटी सदस्य श्री सिद्धार्थ कालहंस, श्री बी. जानकी रमन, रहेमुतल्लाह रेनुयाल, बी. पंडयन प्रमुख थे। राष्ट्रीय महासचिव परमानंद पाण्डे के नेतृत्व में सभी पदाधिकारियों ने बैठक का विरोध किया। अगली नेशनल काउन्सिल की बैठक जल्द ही आगरा या बनारस में आयोजित की जाएगी।

कृष्णमोहन झा की रिपोर्ट. संपर्क: [email protected]

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