रंगनाथ सिंह-
प्रिय अखबार इण्डियन एक्सप्रेस ने देश के 100 सबसे शक्तिशाली लोगों की ताजा लिस्ट जारी की है। आप इस लिस्ट को इस तरह भी देख सकते हैं कि देश की जो भी मौजूदा स्थिति है, उसके लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार 100 लोग कौन हैं!
हमारे लिए राहत की बात यह है कि देश के मौजूदा हालत के लिए जिम्मेदार इन 100 लोगों में हिन्दी या किसी अन्य भारतीय भाषा का कोई लेखक नहीं है। इण्डियन इंग्लिश के लेखक/इतिहासकार रामचंद्र गुहा 100वें स्थान पर हैं। इस तरह हम कह सकते हैं कि देश की वर्तमान हालत में इण्डियन इंग्लिश बुद्धिजीवियों का 1% का योगदान है। विज्ञापन बनाने वाले और हिन्दी गीतकार प्रसून जोशी 99वें स्थान पर हैं तो मौजूदा हालत में विज्ञापनों और फिल्मी गीतों का 1 प्रतिशत योगदान माना जा सकता है।
लिस्ट में 4 अभिनेता हैं तो देश के मौजूदा हालत की 4 प्रतिशत जिम्मेदारी सिनेमा वालों पर बनती है। लिस्ट में दो क्रिकेटर हैं तो 2 प्रतिशत से ज्यादा जिम्मेदारी उनकी बनती है। गुहा क्रिकेट-लेखक भी हैं इसलिए क्रिकेट को दो प्रतिशत से ज्यादा जिम्मेदारी दी गयी है। उनके बारे में विशेष टिप्पणी भी यही की गयी है कि वो स्कूल में ऑफ-ब्रेक फिरकी गेंदबाज थे। पूरी लिस्ट को नजर न लगे इसलिए काले घोड़े की नाल की तरह नीरज चोपड़ा का नाम इसमें लटका दिया गया है। पिछले साल के 100 सबसे शक्तिशाली लोगों के प्रभाव के बावजूद ओलिम्पिक में गोल्ड लाकर नीरज चोपड़ा ने उन्हें और हम सबको जिस तरह चौंकाया, शायद इसलिए उनकी अनदेखी असम्भव हो गयी थी।
हम जैसों के लिए राहत की बात यह है कि खुद इण्डियन एक्सप्रेस जैसा अहम अखबार कह रहा है कि देश के सबसे शक्तिशाली लोगों में किसी टीवी चैनल, अखबार या समाचारसाइट के आलाकमान का शीर्ष 100 में स्थान नहीं है। जिनको सोशलमीडिया इन्फ्लुएंसर कहा जाता उनमें से भी किसी का नाम इस लिस्ट में नहीं है। यानी देश को प्रभावित करने के मामलों में मीडिया और सोशलमीडिया पर सक्रिय हम जैसों का शीर्ष एक लाख में भी नाम नहीं आएगा। इन 100 लोगों के प्रभाव में मताए हुए कई प्रभावहीन लोग हम जैसों पर आरोप लगाते हैं कि हम देश की जनता को बरगला रहे हैं! यह स्पष्टीकरण सिर्फ इसलिए दिया जा रहा है।
लिस्ट में कोई शिक्षाविद नहीं है, बायजू वाले ने जरूर जगह बना ली है। लिस्ट में कोई वैज्ञानिक नहीं है, कोई डॉक्टर नहीं है। दो वकील जरूर हैं। वकील मित्र मानेंगे कि देश की वर्तमान हालत में दो प्रतिशत हिस्सा उनका भी है। देश के सबसे शक्तिशाली लोगों में सबसे ज्यादा नेता हैं, फिर कारोबारी और नौकरशाह हैं। लिस्ट में सोनिया-राहुल-प्रियंका के रूप में पारिवारिक तिकड़ी और अमित शाह और जय शाह के रूप में पारिवारिक जोड़ी भी है तो देश के वर्तमान स्थिति की दो प्रतिशत जिम्मेदारी परिवारवाद पर भी बनती है।
पोस्ट पढ़ने वाले अन्य लोग भी अपनी-अपनी रुचि और सनक के हिसाब से इस लिस्ट के हिसाब से देश की वर्तमान स्थिति बनाने में अपनी ‘हिस्सेदारी’ इसी सूत्र से खुद तय कर सकते हैं। इस बात की भी आशंका सदैव बनी रहती है कि कोई कोई ज्यादा गम्भीर किस्म का आदमी मेरी पोस्ट न पढ़ ले तो यह साफ कर दूँ कि यह पोस्ट विशुद्ध मनोरंजन के लिए लिखी गयी है। इसे हल्के ही में लें। हमारे देश में POWER ही पूज्य है। उसी की लिस्ट बनती है।