ravish kumar–
@ravishndtv
27 अक्तूबर को भारत सरकार चेतावनी जारी करती है कि आईफ़ोन सुरक्षित नहीं है। आईफ़ोन में इतनी ख़ामियाँ हैं कि अटैकर इससे जानकारियाँ उड़ा सकता है। उच्च स्तरीय चेतावनी दी गई थी। 27 अक्तूबर को ही चेतावनी जारी करने वाले मंत्रालय के दोनों मंत्री आई फ़ोन को लेकर ट्वीट कर रहे थे। सवाल है कि इनके मंत्रालय को कैसे पता था कि फ़ोन सुरक्षित नहीं है? और जब ये पता था तो मंत्रियों को इसका ज़्यादा प्रचार करना चाहिए था न कि फ़ोन का।
ये स्टेट कौन है, कहां का स्टेट है, जो भारत के विपक्षी सांसदों और पत्रकारों के आई फोन पर हमला कर रहा है? विपक्षी नेताओं और पत्रकारों के आई फोन पर अलर्ट आया है कि उनके फोन पर राज्य प्रायोजित अटैकर हमला कर सकते हैं। ऐपल कंपनी अपने अलर्ट में राज्य प्रायोजित हमला लिखती है, किसी देश या राज्य का नाम नहीं लेती। कंपनी की वेबसाइट पर राज्य प्रायोजित अटैकर की परिभाषा साफ है या नहीं, लेकिन क्या सरकार, विपक्ष, हम और आप नहीं जानते कि राज्य प्रायोजित का क्या मतलब हो सकता है, क्या आज की दुनिया में सरकारें साइबर अटैक नहीं करातीं, फोन के भीतर जासूसी सॉफ़्टवेयर नहीं लगाती हैं, तो यही मतलब निकालना चाहिए, और क्या मतलब हो सकता है इसका। आपका फोन सुरक्षित नहीं है, यह आपसे बेहतर कोई नहीं जानता। वैसे आपने वो खबर तो देखी होगी कि 81 करोड़ भारतीयों के पासपोर्ट की सूचना, आधार कार्ड की सूचना, फ़ोन नम्बर, घर का पता, ये सब जानकारी लीक हो गई है।
पूरा मामला समझने के लिए देखें ये वीडियो- https://www.youtube.com/watch?v=TfUrPI74JIs
इसी मसले पर वरिष्ठ पत्रकार नवीन कुमार का ये वीडियो देखें- https://www.youtube.com/watch?v=xXgc5W-YqDY
Sakshi Joshi–
@sakshijoshii
Apple ने कहाँ और किसे statement दिया है? क्योंकि जो हम देख पा रहे हैं वो सिर्फ़ Apple support की website पर महीनों पहले पब्लिश की गई सूचना है। आज इस खबर के बाद क्या @Apple @AppleSupport ने कोई ताज़ा बयान जारी किया है? गोदी मीडिया कहाँ से मिले ऐपल के बयान चला रहा है? क्या ये वेबसाइट से उठाया बयान नहीं है? स्पष्ट करें
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