यशवंत-
पुलिस की इमेज अच्छी नहीं होती. यूपी पुलिस की तो बिलकुल नहीं. उगाही और उंगलीबाजी में उस्ताद है यूपी पुलिस. जिधर से पैसा मिल जाता है, उसी तरफ पक्षधर बन जाती है यूपी पुलिस. एफआईआर न लिखना, निर्दोषों को धमकाना मारना पीटना ये रुटीन का काम है यूपी पुलिस का. आम आदमी, खासकर गरीब आदमी वर्दी वालों को देखते ही घबराने लगता है. ऐसे में पुलिस के बारे में कोई पाजिटिव भला कैसे सोचे.
पर एक आईपीएस है जो अपनी डिजिटल सक्रियता के जरिए समाज में ये संदेश देने में कामयाब हुआ है कि पुलिस बल बहुत संवेदनशील भी होता है…. पुलिस के लोग प्रेम और सामंजस्य की भाषा भी जानते हैं…
यहां बात हो रही है आईपीएस सुभाष दुबे की. इन दिनों वे बनारस में एडिशनल सीपी हेडक्वार्टर एंड क्राइम के पद पर तैनात हैं. ग़ाजीपुर, आगरा, सहारनपुर समेत कई जिलों में पुलिस कप्तान के रूप में जबरदस्त काम कर चुके सुभाष दुबे ने बदलते दौर के साथ डिजिटल मीडिया के माध्यम से एक बहुत बड़े तबके में ये संदेश देने की भरसक कोशिश की है कि पुलिस से डरिए नहीं, पुलिस को अपने ही घर परिवार का हिस्सा समझिए.
आईपीएस सुभाष दुबे के नाम से एक यूट्यूब चैनल काफी चर्चा में है जिसमें उनके वीडियोज को मिलियन्स व्यूज मिलते हैं. मतलब उनकी बात करोड़ों लोगों तक पहुंचती है. सुभाष दुबे के वीडियो में पुलिस बल कई रूप में दिखता है. रात में फुटपाथ पर सोने वालों को कंबल ओढ़ाते पुलिस वाले, रैन बसेरों के बच्चों को करियर व शिक्षा के लिए मोटिवेट करता पुलिस बल. मूंगफली वाले रेहड़ी पटरी वाले दुकानदारों से बातचीत कर उनके सुखदुख को समझता पुलिस बल. अपने अधीनस्थों से संवाद स्थापित कर उनके दुखसुख को जानने की कोशिश करते पुलिस के वरिष्ठ अफसर, छात्रों को करियर और सफलता के लिए टिप्स देता पुलिस अफसर…. बड़ी लंबी लिस्ट है…
सारा कुछ जानने के लिए आपको सुभाष दुबे के यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना पड़ेगा और उसके वीडियोज को देखना होगा… तब आप समझ पाएंगे कि सुभाष दुबे कितना बड़ा काम कर रहे हैं…. एक अकेला आईपीएस अपने डिजिटल एक्सपेरीमेंट से पुलिसिंग को लेकर जनता के पर्सपेक्टिव को बदलने में काफी हद तक कामयाब हुआ है.
सुभाष दुबे के चैनल पर जाने के लिए यहां क्लिक करें- IPS Subhash Dubey Youtube Channel
सबसे ज्यादा देखा गया वीडियो… सर चालान मत करना प्लीज… https://www.youtube.com/watch?v=tADl07QGg9c
एक शार्ट वीडियो देखें…. जलने वाले जलते रहेंगे… https://www.youtube.com/shorts/3-buuDk6nTo
सुभाष दुबे के वीडियोज से पुलिस के प्रति जो एक सकारात्मक धारणा बनती है, उससे उत्साहित होकर बहुत सारे आम लोग अब सीधे सुभाष दुबे के आफिस पहुंच जाते हैं और अपनी अपनी समस्या उनसे खुलकर बताते हैं. सुभाष दुबे पूरी तत्परता से उन समस्याओं के निराकरण हेतु संबंधित थानों को टाइट करते रहते हैं.
ज्ञात हो कि इन दिनों सोशल और डिजिटल मीडिया के बढ़ते चलन के कारण बहुत सारे अधिकारी इन मंचों पर सक्रिय हैं. यूपी पुलिस की ही बात करें कई अफसर अलग अलग कंटेंट लेकर डिजिटल मीडिया में सक्रिय हैं. कोई शेर ओ शायरी के लिए मशहूर है तो कोई किस्सागोई के लिए…. इसी तरह देश भर के कई आईएएस अपने यूट्यूब चैनलों के जरिए जन जागरूकता बढ़ा रहे हैं… लोगों को सचेत और अधिकार संपन्न कर रहे हैं.. उत्तराखंड में पदस्थ एक आईएएस आफिसर अपने वीडियोज के जरिए देश विदेश में मशहूर हो गया… इनके वीडियोज यूट्यूब पर करोड़ों व्यूज हासिल करते हैं….
नए दौर में पाजिटिव पुलिसिंग, आम जन से कनेक्ट प्रशासनिक कामकाज के सकारात्मक संदेशों को हर किसी तक पहुंचाने और पूरे सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिहाज से सोशल व डिजिटल मीडिया का उपयोग काफी कारगर साबित हो रहा है. पुलिस विभाग के लिए खासकर ये माध्यम वरदान साबित हो सकता है बशर्ते सुभाष दुबे की तरह अन्य कुछ अधिकारी भी खुद को पीपल कनेक्ट रखें और अपनी विभिन्न किस्म का सामाजिक सक्रियताओं को आम लोगों तक पहुंचाएं.