कानपुर में दो कथित पत्रकारों को अवैध वसूली करने के आरोप में अरेस्ट किया गया है. इनका नाम रूपम वर्मा और उमेश भार्गव बताया जा रहा है.
दरअसल, यह पूरा मामला चकेरी थानांतर्गत पशु वाहनो को रोककर की जा रही वसूली से जुड़ा है. आरोप है कि कुछ लोग खुद को पत्रकार बताकर हाईवे पर जबरन पशु लदे वाहनों को रोकते थे और पैसे की डील करते थे.
फतेहपुर के अजुहा से पशु खरीदकर प्रयागराज जा रहे वाहन मालिक फैसल अली ने शनिवार को इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उनका आरोप था कि सफेद रंग की डस्टर सवार चार युवकों ने खुद को पत्रकार बताकर उनसे 5 हजार रूपये की मांग की थी.
आरोप है कि पकड़े गए युवक, फतेहपुर-चकेरी हाईवे और सचेंडी-जाजमऊ हाईवे पर गिरोह बनाकर मवेशियों से लदी गाड़ियों को रोकते थे. स्थानीय चौकी और थाने से सेटिंग कर डिमांड करते थे और पैसा न देने पर गाड़ी को थाने में जमा करवा देते थे. पिछले कई दिनों से SPCA नाम की कथित संस्था के पदाधिकारी भी इसी गिरोह के साथ मिलकर वसूली कर रहे थे. जिनकी शिकायत पुलिस के पास पहुंच रही थी.
पकड़े गए दो युवकों को लेकर डीसीपी ईस्ट ने कहा कि, “कई दिन से इस तरह की शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ लोग हाईवे पर पशु वाहनों को रोकते हैं और जबरन वसूली करते हैं. यदि कोई अवैध तरीके से ऐसे कार्यों में लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी. दो लोग पकड़े गए हैं. एक का नाम रूपम वर्मा और दूसरा उमेश भार्गव है. कुछ अन्य फरार हैं उन्हें भी शीघ्र ही हिरासत में लिया जाएगा.”