आदित्य कुमार दुबे (बेतिया) : पश्चिमी चम्पारण के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी निलेश दिवरे द्वारा पत्रकारों की उपेक्षा की जा रही है. समाचार संकलन के लिए कई पत्रकारों को चुनावी पास देने में भेदभाव किया जा रहा है. जिला जनसंपर्क एवं सूचना कार्यालय के प्रभास कुमार का आचरण भी पत्रकारों के प्रति ठीक नहीं है.
पं चम्पारण जिले के कई फर्जी पत्रकारों को प्राधिकार पत्र निर्गत किया गया है जबकि संवर्धन हिन्दी मासिक समाचार, मीडिया दर्शन दैनिक समाचार पत्र, जी.सी.बी फोकस हिंदी दैनिक समाचार पत्र समेत कई न्यूज़ चैनलों, समाचार पत्रों के जिले के पत्रकारों को चुनाव के दौरान समाचार संकलन से वंचित कर दिया गया है. पीड़ित पत्रकारों ने एक होकर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी के क्रियाकलापों की जांच भारत निर्वाचन आयोग से करने की मांग की. पं चम्पारण जिले में दो लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र हैं. निर्गत प्राधिकार पत्रों में सीमा तय कर दिए जाने से भी पत्रकारों को दिक्कत हो रही है.
एक हिन्दी मासिक अखबार के संपादक मृतुन्जय कुमार दुबे ने कहा है कि मतदान कवरेज से वंचित रहेंगे जिले के दर्जनों प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कई पत्रकार. चुनाव को लेकर कवरेज पत्र जमा करने के बाद भी दर्जनों मीडियाकर्मी का पास नहीं बनाया गया. उन्होंने कहा कि मनमानी के विरोध में हमने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है. इस समय पत्रकारिता में कुछ ऐसे लोग प्रवेश कर गए हैं जिनका पत्रकारिता से कोई लेना-देना नहीं है. शुद्ध दलाली कर रहे हैं. ऐसे दलालों का विरोध होना ही चाहिए. दलाल पत्रकारों में गजब की एकता है. ये चील-कौवों की तरह मंडराते कभी भी कहीं भी देखे जा सकते हैं. इसकी भी जांच आवश्यक है.