दैनिक भास्कर के राजस्थान स्टेट हेड लक्ष्मीप्रसाद पंत को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। सोमवार 7 दिसंबर को पंत को भास्कर का नेशनल एडिटर (समस्त हिंदी संस्करण) बना दिया गया। इस आशय की मेल सोमवार सुबह जारी हो गयी।
लक्ष्मी पंत की हिन्दुस्तान अखबार में शशिशेखर के स्थान पर जाने की चर्चा बीच में काफी चल रही थी। कुछ लोगों का कहना है कि यह चर्चा चली नहीं बल्कि चलवाई गयी थी। इसका सीधा फायदा पंत को मिला। दैनिक भास्कर के एमडी सुधीर अग्रवाल ने पंत को कहीं भी जाने से रोकते हुए बड़ी जिम्मेदारी दे दी है।
कहा ये भी जा रहा है कि सुधीर अग्रवाल वैसे तो पंत को नेशनल न्यूज़ रूम (एनएनआर) और नेशनल आईडीएशन रूम (एनआईएन) का हेड बनाना चाहते थे। वे पिछले दो साल से पंत को भोपाल लाना चाहते थे। अब नई स्थितियों और चर्चाओं में जयपुर रहते हुए ही पंत को वो सबकुछ देने को राजी हो गए जिसे वो चाहते थे। अब ऐसा तीसरी बार होगा जब भास्कर का नेशनल एडिटर मुख्यालय भोपाल से बाहर (जयपुर) बैठेगा। इससे पहले भी कल्पेश याग्निक को यह सुविधा इंदौर में बैठते हुए मिली थी जबकि श्रवण गर्ग दिल्ली में बैठते हुए समूह संपादक का दायित्व निभा रहे थे।
सबसे अधिक घाटा नवनीत गुर्जर को : पिछले साल नवंबर में ही भास्कर के नेशनल एडिटर बने नवनीत गुर्जर को इस समय भास्कर में सबसे अधिक घाटा उठाना पड़ा है। उनसे सिर्फ एक साल में ही हिंदी के समस्त एडिशन ले लिए गए। अब उन्हें नेशनल न्यूज़ रूम (एनएनआर) और नेशनल आईडीएशन रूम (एनआईएन) के अलावा गुजरात और महाराष्ट्र के संस्करणों को दिया गया है।