भड़ास फोर मीडिया के संपादक के नाम मेरी चिठ्ठी…..
सर नमस्कार
मैं पवनदेव प्रयागराज से न्यूज़ नेशन और न्यूज़ स्टेट यू.पी.-यू.के. का रिपोर्टर हूं।
मुझे चैनल से अपनी ख़बरों का बिल पिछले आठ महीनों से मांगने पर पहले प्रताड़ित किया गया और फिर निकाल दिया गया. असाइनमेंट हेड संजय कुमार सर ने पहले तो चैनल से निकाल देने की धमकी दी और बाद में बिना पैमेंट करवाए ही निकाल दिया।
इसके पहले बिना पैसे दिए ही असाइनमेंट दिया जाने लगा। बताना चाहूंगा कि यहां ब्यूरो चीफ का पैसा तो हर हाल में समय से मिल जाता है लेकिन हम स्ट्रिंगरों को पैसा मांगने पर भी नहीं मिलता है। कुंभ कवरेज़ पर आए अजय कुमार सर जो चैनल के संचालक हैं, उनसे भी मैंने अपनी समस्या कही पर मेरी समस्या का समाधान नहीं हो पाया।
यहां प्रयागराज जो ब्यूरो चीफ हैं मानवेंद्र प्रताप सिंह, इन्होंने तो जुल्म की इंतहा ही कर डाली। मुझे पैसे दिलाने की बजाय मेरी शिकायत असाइनमेंट डेस्क पर करने लगे।
मेरी पत्नी उस दौरान प्रेग्नेंट थी और मेरी बूढ़ी मां के ब्रेस्ट में फोड़ा हो गया था।
पैसा न होने की वजह से मैं अपनी पत्नी और बूढ़ी मां का इलाज़ सरकारी हास्पिटल में करवा रहा था जहां मुझे काफी तकलीफ हो रही थी।
इस दौरान मैंने अपनी पीड़ा का इज़हार असाइनमेंट डेस्क के इंचार्ज से कई बार की लेकिन मेरी बात को अनसुना कर उन्होंने कहा कि अब नया स्ट्रिंगर प्रयागराज से रखना पड़ेगा।
ब्यूरो महाराज को चैनल से चार पहिया वाहन, ड्राइवर, इंटरनेट, कैमरामैन सभी सुविधाएं दे रखी हैं। पर हम लोग जो फील्ड में जाकर खबरें लाते हैं, उन्हें तो अपने काम मेहनताना भी नहीं दिया जा रहा है। ब
मुझे बिना पैसे दिए, मेरा कांन्ट्रैक्ट पूरा हुए बिना ही चैनल ने निकाल दिया।
मैं भड़ास4मीडिया के माध्यम से अपने हक़ की लड़ाई के लिए निवेदन करना चाहता हूं। मेरी इस समस्या को अपने यहां प्रकाशित कर मेरा दुख साझा करें।
अभी मै अपना खुद का पोर्टल Super Prayag News के नामसे चलाता हूं और एक नेशनल चैनल (स्वराज एक्सप्रेस ) के लिए प्रयागराज से रिपोर्टर हूं।
पवनदेव
प्रयागराज
7985002040
One comment on “आठ महीने का पैसा भी नहीं दिया और चैनल से निकाल दिया!”
धन्यवाद भड़ास फोर मीडिया की टीम को और भड़ास फोर के संपादक यसवंत सर का, जो आपने चैनल द्धारा किए मेरे ऊपर बेगारी कराने को प्रमुखता से मेरी चिट्ठी को प्रकाशित किया। भड़ास एक बेहतरीन प्लैटफॉर्म फार्म है जो उन लोगों की हक़ आवाज़ को बुलंद करता है जो उद्योगपति व्यवसाई घरानों के लोग मीडिया चैनल को चला रहे हैं। उनको पत्रकारिता के मानकों से कोई मतलब नही। और न ही पत्रकारोंं से कोई मतलब। बस ये अपने फायदे के लिए ही काम करते हैं। लेकिन इन लोगों की झूठी चमक को बताने में मेरी मदद करने वाले भड़ास फोर मीडिया के संपादक यशवंत सर का शुक्रिया। एंड जय हिंद।
पवनदेव, प्रयागराज।