रांची (झारखण्ड) के चुटिया थाने की पुलिस ने लाइव इंडिया को संचालित करने वाली चिट फंड कम्पनी ‘समृद्ध जीवन’ पर आम लोगों के साथ धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया था। पिछले महीने ‘समृद्ध जीवन’ का ऑफिस सील कर दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में ‘समृद्धि जीवन’ की एक वरिष्ठ महिला अधिकारी को गिरफ्तार भी किया था और इसकी खबर मीडिया में छाई रही।
महिला अधिकारी की गिरफ्तारी की खबर आते ही मुम्बई से लेकर दिल्ली तक हड़कम्प मच गया। मालिक से लेकर कम्पनी के सीईओ ने, एडिटर से लेकर रिपोटर तक की घंटी बजा डाली। न्यूज़ कवर करने वाले रिपोर्टर न्यूज छोड़ उस महिला को छुड़ाने में लग गए। और फिर जुगाड़ यानि लेनदेन कर उस महिला को छुड़ा लिया गया। लेकिन केस अभी भी ख़त्म नहीं हुआ है।
इस कम्पनी के ऊपर रांची से लेकर लोहरदगा और पटना समेत कई जगहों पर ऐसे ही आम लोगों से ठगी करने के मामले दर्ज हैं। लाइव इंडिया के ब्यूरो चीफ से लेकर रिपोर्टर तक दलाली कर अपने आकाओं को खुश करने में लगे हैं या कह लीजिए नौकरी बचा रहे हैं।
जब से यह चैनल शुरू हुआ है तब से आज तक रांची में ब्यूरो ऑफिस नहीं था। बेचारा एक स्ट्रिंगर था जिसका पैसा भी इन लोगों ने खा लिया फिर उसे हटा कर एक रिपोर्टर और कैमरामैन को रख लिया। अब रांची में भी दुकान खुल गयी है। दुकान भी ऐसी-वैसी नहीं, यहाँ खबर नहीं थानों का सर्वे करना होता है। और काम है लाइव इंडिया को संचालित करने वाली चिट फंड कम्पनी ‘समृद्धि जीवन’ के ऑफिस की सील खुलवाना। पत्रकारिता गयी तेल लेने आपको सिर्फ कम्पनी पर हुयी एफआईआर को ख़त्म करवाना है। अब रिपोर्टर भी मजबूर है की कहाँ फंस गया इन चिट फंडियो के चक्कर में।
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित।
Rinkur kumar
July 12, 2014 at 7:10 am
श्री मान यसवंत जी आप को किस मुँह से आप को धन्यवाद दू मेरे पास शब्द नहीं है आप ने रांची मै लाइव इंडिया के पत्रकार नहीं दलाल है का सच कहने का साहस किया आप ने उस महिला का नाम नहीं कहा लेकिन मै रांची से हु मुझे पता है उस महिला का नाम सीमा वर्मा है समृद्धि जीवन मै सबसे ओहदे पर पद पर थी और कम्पनी के मालिक के खास मानी जाती थी इसके आगे पीछे कई लाइव इंडिया के रिपोटर को देखा हु। …।
राघव रंजन
July 13, 2014 at 4:56 am
महाशय यशवंत जी, आपका धन्यवाद. आप ने सही कहा कि लाइव इंडिया का मतलब चिट फंड इंडिया से है. महोदय, आप अगर इन करतूतों के लिए आप सिर्फ संपादक और उनके मातहत काम करने वाले लोगो को दोषी ठहराते है तो गलत है. इसमें एक से एक बड़े खिलाड़ी शामिल हैं. बेचारे सतीश के. सिंह यूं ही बदनाम हैं, असल में खिलाड़ी चरण पादुका है. महोदय, हम ने इनके साथ काम किया है, इसलिए पता है असली दलालों का सरदार चरण वाला श्रीवास्तव है. इनके बगैर चिट फंड मै एक पत्ता नहीं हिलता है और सिर्फ और सिर्फ इनके बदौलत लाइव इंडिया की दुर्गति हो रही है.
arvind singh
July 30, 2014 at 3:02 pm
जीवन संम्रध्द चिटफंड कम्पनी पर ग्वालियर के थाटीपुर थाने मे मुकद्दमा दर्ज है।
Yatindra P Singh
September 16, 2014 at 10:24 am
you son of a b*&&^% first remove our numbers and think twice before getting it uploaded again….m working here since april 2010 and we never got any wrong info about these persons….
please explain….how n why this all….you got to know?make this public if you have guts….in the end i would like to pay the thanks with all the dirty abuses…you hell man……………….
Pradeep Sharma
September 16, 2014 at 10:29 am
first of all let me tell you this is all bullshit.. if u hv guts dn come up vd another topic to share here.. not this shit again u #BC….