भोपाल : माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित माखनलाल चतुर्वेदी स्मृति व्याख्यान एवं गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान समारोह का आयोजन आज (7 अप्रैल 2015) को किया जाएगा। माखनलाल चतुर्वेदी स्मृति व्याख्यान के मुख्य वक्ता श्री वैदिक मिशन ट्रस्ट, राजकोट, गुजरात के संस्थापक स्वामी धर्मबंधु जी होंगे। इस कार्यक्रम में वर्ष 2012 एवं 2013 के गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान भी प्रदान किए जाएँगे। वर्ष 2012 के लिए यह सम्मान वरिष्ठ पत्रकार एवं सम्पादक श्री मदनमोहन जोशी को एवं वर्ष 2013 के लिए युवा पत्रकार श्री श्यामलाल यादव को प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शैक्षणिक विभागों को सांस्कृतिक एवं खेलकूद आयोजन प्रतिभा-2015 का पुरस्कार वितरण समारोह भी आयोजित किया जाएगा।
मंगलवार, 7 अप्रैल 2015 को स्मृति व्याख्यान एवं गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान समारोह न्यू मार्केट स्थित समन्वय भवन में आयोजित किया जाएगा। अपराह्न 3.00 बजे स्मृति व्याख्यान के अंतर्गत स्वामी धर्मबंधु जी का व्याख्यान होगा। सायं 4.00 बजे विश्वविद्यालय के शैक्षणिक विभागों के सांस्कृतिक एवं खेलकूद आयोजन प्रतिभा-2015 का पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जाएगा। सायं 6.00 बजे गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान प्रदान किए जाएँगे। भारतीय भाषायी पत्रकारिता के माध्यम से मूल्यों की स्थापना और संवर्धन] सत्यान्वेषण, जनपक्षधरता, गहरे सामाजिक सरोकार, स्वातंत्र्य चेतना के प्रसार और अप्रतिम सृजनात्मक योगदान के लिये माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान की स्थापना की है। यह सम्मान किसी एक कृति रचना या उपलब्धि के लिए न होकर सुदीर्घ साधना एवं उपलब्धि के लिये देय है।
विगत वर्षों में इस सम्मान से श्री आलोक मेहता] श्री राजेंद्र शर्मा, डा. नंदकिशोर त्रिखा, श्री रामबहादुर राय एवं श्री रमेश नैयर को सम्मानित किया जा चुका है। सम्मान के अंतर्गत राशि रूपए दो लाख एक नकद तथा प्रशस्ति-पट्टिका प्रदान की जाती है. वर्ष 2012 के लिए गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान से सम्मानित श्री मदनमोहन जोशी नवभारत, क्रोनिकल तथा नईदुनिया जैसे प्रतिष्ठत समाचारपत्रों से जुड़े रहे हैं। नईदुनिया में एक संवाददाता के रूप से कार्य प्रारम्भ कर वे उसी संस्थान में सम्पादक रहे हैं। उन्होंने हिन्दी और अंग्रेजी के दो साप्ताहिक स्तम्भों के 20 वर्षों तक लेखन का कीर्तिमान बनाया। देश की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में उनके 5000 से अधिक आलेख, रिर्पोताज प्रकाशित हुए।
उन्होंने एक दर्जन से अधिक पुस्तकें लिखीं। पुस्तकों के अतिरिक्त उनके निबन्ध संग्रह एवं कविता संग्रह भी प्रकाशित हुए। वे भोपाल स्थित जवाहरलाल नेहरू कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र के संस्थापक भी रहे हैं। उन्हें अनेक पुरस्कारों एवं सम्मानों से विभूषित किया जा चुका है। वर्ष 2013 के लिए सम्मानित श्री श्यामलाल यादव हिन्दी और अंग्रेजी भाषाओं में पत्रकारिता करते हुए सतत लेखन कर रहे हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय से 1992&93 में पत्रकारिता की पढ़ाई पूर्ण की। वे जनसत्ता, अमर उजाला, इंडिया टुडे, इंडियन एक्सप्रेस जैसे समाचारपत्रों में वरिष्ठ पदों पर कार्यरत रहे हैं। उन्हें रूरल रिपोर्टिंग के लिए प्रतिष्ठित स्टेट्समेन अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। खोजी रिपोर्टिंग के लिए उन्हें ‘रामनाथ गोयनका, अवॉर्ड मिला है। पी.सी.आर.एफ. एवं एन.डी.टी.वी. द्वारा दिए जाने वाले राष्ट्रीय आर.टी.आई. पुरस्कार से भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है। वर्ष 2010 में उन्हें लारेन्जो नेताली अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है।
संजय द्विवेदी के एफबी वॉल से