मीडिया में जितनी अराजकता और गंध है, शायद ही कहीं और हो. ये मीडिया मालिक अपने कर्मियों का खून चूसने के लिए नित नए नए नियम निकालते रहते हैं.
नीचे एक एफिडेविट है. यह नेटवर्क10 नामक न्यूज चैनल का है. इस न्यूज चैनल में जो रिपोर्टर काम करने के लिए जाता है उससे इसे भरवाया जाता है.
इस एफिडेविट के दो नंबर क्लॉज में देखिए क्या लिखा है.
मैं अपनी सेवाओं के बदले कोई सेलरी या भुगतान नहीं लूंगा और न ही भविष्य में इसके लिए दावा करूंगा. मैं बिना सेलरी के अवैतनिक रूप से अपनी ड्यूटी का निर्वहन करूंगा.
सोचिए जरा. कोई सेलरी नहीं लेगा और दिन भर काम करेगा तो वह खुद क्या खाएगा और अपने परिवार वालों को क्या खिलाएगा.
ऐसे मीडिया संस्थानों को फौरन बंद कर इसके मालिकों को किसी दूसरे संस्थान में बिना सेलरी के दिन रात ड्यूटी करने का काम दे देना चाहिए ताकि वह उस पीड़ा को समझ सके जो वह दूसरों को दे रहा है.