न्यूज नेशन में कई मीडियाकर्मियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव, प्रबंधन कर रहा जान से खिलवाड़
न्यूज नेशन में पत्रकारों एवं मीडियाकर्मियों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। जी न्यूज की तरह न्यूज नेशन में भी कोरोना का प्रकोप बढ़ गया है। अब तक आधा दर्जन मीडियाकर्मी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इसके बावजूद न्यूज नेशन प्रबंधन पत्रकारों को ऑफिस आने पर मजबूर कर रहा है। नौकरी जाने का डर दिखाकर न्यूज नेशन प्रबंधन मीडियाकर्मियों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चैनल के सीनियर एंकर्स दीपक चौरसिया, अजय कुमार और पीनाज त्यागी अपने घर से बुलेटिन लाइव पढ़ रहे हैं, जबकि जूनियर एंकरों को ऑफिस आने को मजबूर किया जा रहा है। इनके कहने के बावजूद प्रबंधन इनको सीनियर एंकर्स जैसी सुविधायें नहीं दिलाकर ऑफिस बुला रहा है, तथा नहीं आने पर नौकरी जाने का डर दिखा रहा है।
दो एंकर्स समेत कुल छह कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। कुछ अन्य एंकर्स को एक सप्ताह तक कोरेंटाइन करने को कहा गया है। लेकिन उन्हें भी दुबारा बुलाये जाने की तैयारी है।
बताया जा रहा है कि न्यूज नेशन में कोरोना की चपेट में सबसे पहले मेकअप आर्टिस्ट नासिर आया। नासिर को कोरोना की आशंका के बाद 7 जून को टेस्ट कराया गया था। इसके बावजूद नासिर 8 जून को आफिस आया, जबकि रिपोर्ट आने से पहले उसे बुलाने की लापरवाही से बचना चाहिये था।
पीनाज त्यागी ने नासिर के निगेटिव होने की सूचना रोस्टर ग्रुप में दी तथा कहा कि नासिर की कल से शिफ्ट लगाई जाये, क्योंकि वो कोरोना निगेटिव है।
नासिर ने अपनी कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट पीनाज त्यागी को ही भेजी थी। 8 जून को नासिर लगभग एक घंटे ऑफिस में रहा। इस दौरान चार से पांच एंकर एवं तीन अन्य कर्मचारी उसके संपर्क में आये।
इन लोगों ने जब नासिर से रिपोर्ट मांगते हुए हंगामा किया तो सभी को 7 दिन कोरोंटाइन करने को कह दिया गया। इसमें से कुछ लोगों को अगले ही दिन ऑफिस बुला लिया गया।
कुछ मीडियाकर्मियों का कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसमें दो महिला एंकर्स समेत कइयों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इसमें भी सबसे बड़ी लापरवाही यह है कि नासिर के संपर्क में अन्य कई एंकर, मेकअप आर्टिस्ट एवं मीडियाकर्मी भी आये थे।
नासिर के संपर्क में आये कई मीडियाकर्मियों का टेस्ट न्यूज नेशन प्रबंधन नहीं करा रहा है, जबकि कुछ मीडियाकर्मियों की तबीयत बिगड़ी हुई बताई जा रही है। चैनल ने लॉकडाउन के दौरान अपने मीडियाकर्मियों की सैलरी भी काटी है। इतने केस आने के बावजूद अभी तक न्यूज नेशन की बिल्डिंग को सील नहीं किया गया है। सीनियर घर से बुलेटिन करके खुद को सुरक्षित रखे हुए हैं, जबकि जूनियर कर्मचारियों को कोरोना की आग से जूझने के लिये मजबूर किया जा रहा है।
न्यूज नेशन से जुड़े एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
Rashmi
June 13, 2020 at 12:13 am
आपको शायद पूरी जानकारी नहीं है। जो लोग भी नासिर के संपर्क में आये उनका टेस्ट हुआ। nasir को बुलाना गलती थी, मैं भी मानती हूँ।
रही ऑफिस बुलाने की बात तो 3 दिन काम पर ऑफिस, 3 दिन घर पर रेस्ट, ऐसा हो रहा है यहाँ, ये नही पता चला आपको? Anchors को यो काफी पहले से ये सहूलियत थी।
किसी भी मीडिया हाउस में सारे anchors/ या अन्य पोस्ट के लोगों को घर भेज दिया जाए ऐसा पॉसिबल नहीं।
अगर तबियत ठीक नही लग रही तो आने के लिए कोई दवाब नही।
प्रोड्यूसर्स को वर्क फ्रॉम होम दिया गया।
इसकी जानकारी है?
रिपोर्टर्स के बारे में सोचा? वो तो फील्ड में जा रहे हैं, क्या उनको रिस्क नहीं? पत्रकारिता ये फील्ड ही रिस्क का है जिसे हम सबने चुना है।
माना खामियां हैं, लेकिन सिर्फ लापरवाहियां हो रहीं हैं, ये सही नही। 24 घंटे के चैनल को 2 या ज़्यादा महीनों के लिए बंद नही किया जा सकता।
जब आपने इस फील्ड के सुख देखे तो तकलीफों पर हाहाकार क्यों?