Om Thanvi : मोदी सरकार पर्यावरण को लेकर इतनी आँखमीच क्यों है? कल हिमाचल में अरसे से खारिज पड़ी रेणुका बांध की फाइल पास कर दी गई। दिल्ली को भले और पानी मिल जाए, पर खुद वन मंत्रालय ने कहा था कि योजना पारित हुई तो हिमाचल में डेढ़ लाख पेड़ कटेंगे; पहाड़ की आबोहवा और जीवन बुरी तरह प्रभावित होगा।
आपको याद होगा सरकार ने आते ही 80000 करोड़ के लंबित प्रस्ताव एक झटके में पास कर दिए थे। पड़ताल भी नहीं की कि उन्हें आखिर रोका क्यों गया था। अब पर्यावरण अनापत्ति नियमों को ढीला किया जा रहा है। नर्मदा बांध की बरसों से विवादित ऊंचाई भी रातोरात बढ़ा दी गई है; उससे गुजरात को फायदा होगा, मगर मध्यप्रदेश को नुकसान। मध्यप्रदेश सरकार चुप है क्योंकि वहां भाजपा की सरकार है और चौहान व्यापम के घोटाले (जिसे कभी उमा भारती ने चारा घोटाले से व्यापक बताया था) में बुरी तरह फंसे हुए हैं। कहना न होगा विकास-पुरुष विकास से पहले हमें विनाश के मंजर दिखा रहे हैं।
जनसत्ता अखबार के संपादक ओम थानवी के फेसबुक वॉल से.