प्रवीण मिश्रा-
कल 27 मार्च 2024 को मुझे राजस्थान पत्रिका ग्रुप में अपनी सेवाएं देते हुए 14 साल पूरे हो गए हैं। मेरी शुरुआत ग्वालियर में पत्रिका की लांचिंग एडिशन से हुई थी। इन 14 वर्षों में मेरे काम का उच्च स्तर पर आंकलन हुआ, जिस पर मुझे पत्रिका के उच्च प्रबन्धन ने राष्ट्रीय स्तर पर दो झाबर मल पुरस्कार ओर तीस से अधिक प्रंशसा पत्रों से नवाज कर मेरा उत्साह बढ़ाया। पत्रिका प्रवंधन ने मुझे परीक्षा बतौर इन 14 वर्ष की यात्रा में ग्वालियर से अहमदाबाद, ग्वालियर से रायपुर, रायपुर से गुना ओर गुना से ग्वालियर फिर ग्वालियर से गुना भेजा।
वर्तमान में गुना पत्रिका कार्यालय संभाल रहा हूं। आपके आशीर्वाद से इस परीक्षा में पहले काम ओर दूसरा परिवार के आधार पर पास भी हुआ। इन वर्षों में अपने ग्वालियर स्थित घर, परिवार और मित्रों व रिश्तेदारों से दूर रहकर जीवन में बहुत कुछ सीखने और समझने को मिला। इस बीच मेरे काम और पहचान से पीड़ित कुछ लोग मेरे खिलाफ साम, दाम, दंड, भेद कर समय समय पर साजिश भी रचते रहे, झूठी शिकायतें भी करते रहे। लेकिन वे सफल नहीं हो पाए।
मेरा विश्वास पत्रिका प्रबधन के प्रति हमेशा से बना रहा, और आगे भी बना रहेगा। जिसकी वजह से आज और अभी भी पत्रिका के साथ हूं और पत्रिका प्रबन्धन तथा भगवान का आशीर्वाद रहा तो आगे भी बना रहूंगा।
14 वर्ष की पत्रकारिता यात्रा का सारा श्रेय भगवान के साथ-साथ पत्रिका के उच्च प्रबन्धन ओर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को देता हूं। मैं आजीवन आभारी ओर ऋणी रहूंगा पत्रिका के बड़े भाई साहब श्री गुलाब जी, श्री निहार जी, श्री सिद्धार्थ जी, श्री भुवनेश जी, श्री पाराशर जी, श्री बी आर सिंह जी, श्री विजय चौधरी, श्री आर आर गोयल जी के अलावा पत्रिका के उच्च प्रबन्धन का जिनका मुझ पर हमेशा से आशीर्वाद रहा और मुझे काम करने का मौका दिया। मैं आभारी हूं पत्रिका के मजबूत स्तम्भ और हमारे मार्गदर्शक श्री राजीव जैन जी, श्री भगवान उपाध्याय जी, श्री जिनेश जैन जी, श्री राजेश लाहोटी जी, श्री पंकज श्रीवास्तव जी, श्री गजराज भंडारी जी, श्री मुकेश अग्रवाल जी, श्री पी भदौरिया जी, श्री अशोक अग्रवाल जी, श्री सिद्धार्थ भट्ट जी, श्री अरुण जी, श्री पंजवानी जी, श्री सुदेश जी, श्री दीपक व्यास जी, श्री गोपाल शर्मा जी का जिनके नेतृत्व, निर्देशन,सहयोग और मार्गदर्शन से मेरी पत्रिका की यात्रा आगे बढ़ती रही,ओर मुझ पूरा विश्वास है और उम्मीद भी करता हूं कि इनके सहयोग ओर सपोर्ट से और आगे भी बढ़ती रहेगी।
मैं कृतज्ञ हूं अपने सहयोगी वरिष्ठ और कनिष्ठ साथियों के साथ-साथ पत्रिका के पाठकों, अभिकर्ताओं, परिवार जनों व मित्रों का जिनका हमेशा हमें सपोर्ट और संबल मिलता रहा। मैं आपसे उम्मीद करता हूं कि आगे भी इसी तरह का सपोर्ट, सहयोग और आशीर्वाद मिलता रहेगा।
इन 14 वर्षों में मुझसे कोई गलती हुई हो, या मेरे किसी शब्द या लेखनी से किसी के मन को ठेस पहुंची हो,उसके लिए मैं आपसे माफी चाहता हूं। हम और आप पर गुना के टेकरी सरकार की कृपा बनी रहे। आप स्वस्थ्य रहें, सुखी रहें, हमेशा मुस्कराते रहें। ऐसी मैं टेकरी सरकार से कामना करता हूं।
पत्रिका गुना में कार्यरत पत्रकार प्रवीण मिश्रा की एफबी वॉल से