कानपुर लोकसभा सीट से भाजपा ने सहारा मीडिया में बड़े पत्रकार रहे रमेश अवस्थी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. एक छोटे से गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले रमेश अवस्थी ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन वे भाजपा की टिकट पर लोकसभा भी पहुंचेंगे!
भड़ास इसलिए “पहुंचेंगे” जैसी बात छाप रहा है कि रमेश जी के चुनाव जीतने के पूरे चांसेज हैं. हालांकि कुछ छोटे दिल वालों ने जरूर यह लिखा कहा कि उनके साथ फलां नहीं है. उन्हें फलाने नहीं लड़ा रहे हैं. लेकिन शहर की जो सच्चाई है उस मुताबिक संतों से लगाकर सतीश माहाना गुट समेत पार्टी का हर आम-ओ-खास कार्यकर्ता रमेश अवस्थी का जयकारा लगाने से पीछे नहीं हट रहा है. कल को पचौरी भी लड़ाएंगे ही.
बल्कि सच तो यह है कि जितनी मेहनत से रमेश अवस्थी ने पत्रकारिता के क्षेत्र में झंडा गाड़ा उसी मेहनत से वे कानपुर की जनता पर भी प्रभाव छोड़ रहे हैं. ब्राह्मण बहुल सीट के अलावा उनका पत्रकार होना भी प्लस प्वाइंट माना जा रहा है. सिटी की पत्रकार बिरादरी अवस्थी को टिकट मिलने के बाद एकतरफा उनके पक्ष में लामबंद होती देखी जा रही है.
ताजा आंकड़ों की बात करें तो रमेश अवस्थी की तरफ तेजी से शहर की जनता का घुमाव हो रहा है. हर एक छोटा से बड़ा भाजपाई कार्यकर्ता रमेश अवस्थी को चुनाव लड़ाने व वोट देने की अपील करता देखा जा रहा है.
इस लिहाज से देखें तो रमेश की साफ सुथरी छवि भी काम आ रही है. कानपुर देहात सांसद देवेंद्र सिंह भोले से लगाकर, सतीश महाना, कांग्रेस से भाजपा में आए अजय कपूर के अलावा भाजपा कानपुर की पूरी कोर टीम, तमाम विधायक, कार्यकर्ता और जनता सभी कुछ रमेश अवस्थी के फेवर में दिख रहा है. कल को जीतने पर अपनी आदत अनुसार शहर की जनता को अपने सांसद से बहुत कुछ उम्मीदें भी रहेंगी.
सही मायनों में देखा जाए तो रमेश अवस्थी कानपुर लोकसभा सीट से इतिहास रच सकते हैं. दूसरी बात भाजपा का बड़ा अमला जामा उनके साथ है. विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के केंद्रीय वर्चस्व का हाथ उनके साथ है. ये तमाम कारण हैं जो रमेश अवस्थी को संसद भेजने की तरफ इशारा कर रहे हैं.