अलीगढ़। जिले के एसएसपी राजेश पांडेय भले ही हर शिकायतकर्ता की रिपोर्ट तत्काल दर्ज करने के दावे करें लेकिन उन्हीं के मातहत उनके दावे की हवा निकालने में लगे हुए हैं। कम सीट होने के बावजूद अधिक सीट पर प्रवेश लेकर छात्रों से धोखाधड़ी के मामले में ACET प्रबंधन पर पीड़ित छात्रा शिल्पी सिंह की शिकायत को गंभीरता से लेकर एसओ मडराक को तत्काल रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए थे। एसएसपी के आदेश के 5 दिन बाद भी मडराक पुलिस ने पीड़िता की FIR दर्ज नहीं की है। आरोप है कि एसओ मडराक मामले को मैनेज कराने में जुटे हुए हैं।
शनिवार को एक बार फिर पीड़ित छात्रा के भाई विनय प्रताप सिंह ने एसपी क्राइम से मुलाकात कर रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की। पीड़िता के भाई ने कहा कि कॉलेज प्रबंधन ने उसकी बहन के दो साल बर्बाद कर दिए, धोखे से प्रवेश लिया लेकिन फिर भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की जा रही। विनय ने कहा कि कॉलेज प्रबंधन पुलिस को भी गुमराह कर रहा है, पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करनी चाहिए। उसने कहा कि पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर कालेज के पक्ष की जांच करे जिससे कि दूध का दूध पानी का पानी हो। पीड़िता के भाई ने कहा कि वह न्याय लेकर रहेंगे और रिपोर्ट दर्ज कराकर रहेंगे।
पूरे प्रकरण में पुलिस का रोल जज की भूमिका का आ रहा है। एसओ मडराक बिना रिपोर्ट लिखे ही कालेज का खुलकर पक्ष ले रहे हैं। छात्रों में पुलिस के उस रवैये से आक्रोश है। आने वाले दिन में यह मामला बड़े स्तर पर उठ सकता है। छात्र नेता ज़ियाउर्रहमान ने कहा कि पुलिस को रिपोर्ट दर्ज कर जांच करनी चाहिए लेकिन मडराक पुलिस कालेज से मिल गयी है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने कार्यवाही नहीं की तो हर स्तर पर आवाज़ उठाएंगे। उन्होंने कहा कि मडराक पुलिस शिक्षा माफ़ियायों को बचा रही है।
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