समाचार प्लस चैनल के गौतमबुद्धनगर संवाददाता रहे अकरम खान ने समाचार प्लैस चैनल से संबद्ध वरिष्ठ पदाधिकारी सौरभ साहनी के खिलाफ समाचार प्लस प्रबंधन को एक पत्र भेजा है. इस पत्र में अकरम ने सौरभ पर कई किस्म के गंभीर आरोप लगाए हैं. पत्र की एक कॉपी भड़ास4मीडिया के पास भी है.
अकरम खान समाचार प्लस में करीब तीन वर्ष तक कार्यरत रहे. उन्होंने समाचार प्लस के सीईओ उमेश कुमार को जो पत्र लिखा है, उसे हूबहू पढ़िए…
Date: Sunday, 17 June 2018
Subject: सौरभ साहनी की कर्मचारियों के प्रति आतंक के विषय मे।
To: [email protected]प्रिय उमेश सर, नमस्कार
मैं आपके समाचार प्लस न्यूज़ चैनल में पिछले लगभग 3 वर्ष से ज्यादा के समय से लगातार मेहनत के साथ काम कर रहा था और हर खबर को प्राथमिकता के साथ ब्रेक करा रहा था। इसके अलावा कई बड़ी घटनाओं पर लाइव, वाक थ्रू और 121 जैसे महत्वपूर्ण कार्य समय से करके भेजे। लेकिन पिछले कुछ दिनों से समाचार प्लस में कार्यरत प्रवीण साहनी जी के छोटे भाई सौरभ साहनी ने आतंक की पराकाष्ठा पार कर रखी है। हर किसी कर्मचारी से बदतमीजी करते हैं और असाइनमेंट के लोगों को भी धमका कर रखते हैं जिसका जिक्र असाइनमेंट के लोग आपसे अपनी नौकरी जाने की वजह से नहीं कर पाते क्योंकि प्रवीण साहनी जी कहीं ना कहीं भाई की सपोर्ट कर देंगे इसलिए लोग नहीं कह पाते।
कुछ दिन पहले असाइनमेंट पर काम करने वाले अमित नाम के लड़के से सौरव साहनी ने फोन पर मां-बहन की गालियां बकी थी। मेरे सामने वह उस दिन इतना अपसेट हो गया था कि सुसाइड तक करने की ठान ली थी लेकिन मैंने किसी तरह से समझाया। यह इनका व्यवहार है चैनल में काम करने वाले कर्मचारियों के प्रति। आप खुद अमित से बुला कर पूछ सकते हैं कि क्या गालियां दी थी। लेकिन मैं आपको वह सारी चीजें बताना चाहता हूं जो और लोग नहीं कह पाते।
सर सबसे पहले तो मैं आपको अपने विषय में कुछ बता दो मैं पत्रकारिता में ग्रेजुएट पोस्ट, ग्रेजुएट और 1 साल का उर्दू में जर्नलिज्म किया है इसके अलावा पिछले 12 वर्षों से मैं कई बड़े चैनलों में डेस्क, पीसीआर और फील्ड में काम कर चुका हूं और लगभग पिछले 5 वर्ष से मैं गौतम बुद्ध नगर में विभिन्न चैनलों के लिए काम कर चुका हूं। मेरा काम निपुण है और आप असाइनमेंट पर मनोजीत जी से पूछ सकते हैं कि मेरे काम करने में कहीं कोई कमी नहीं रहती थी लेकिन अब मैं आपको चैनल के बारे में वह चीज बताऊंगा जो शायद आप तक नहीं पहुंच पाई होगी।
सर सौरभ साहनी अपने साथ आजतक का एक रिपोर्टर रखता है। यह आज तक के लिए बिल्डर की खबरें करता है लेकिन आज तक में कई स्तर से खबर फिल्टर होकर जाती है इसलिए कोई भी ब्लैक मेलिंग वाली खबर आज तक पर नहीं चलती इसलिए वह सौरभ साहनी को साथ रखता है और दोनों बिल्डर से उगाही करते हैं। सौरव साहनी, आज तक की ID दिखाकर बिल्डर पर दबाव बनाते हैं और लाखों के वारे न्यारे पिछले काफी समय से कर रहे हैं। लेकिन आज तक पर खबर नहीं चलती और सौरव साहनी समाचार प्लस पर खबर चलाकर स्क्रीनशॉट खींचकर मुझे भेजते थे और नोएडा, ग्रेटर नोएडा के सारे ग्रुपों में खबरें डालने के लिए बोलते थे जिसके बाद मैं उन सभी स्क्रीन शॉट को ग्रेटर नोएडा -नोएडा के ग्रुप पर डाल देता था।
सौरभ साहनी लगातार बिल्डरों के खिलाफ खबर करने के लिए बोलते हैं। मैं उनके आदेश का पालन करता था और समय से सारी खबरें भेजता था जबकि पिछले कई महीने से संजीव को नोएडा से हटा दिया गया था। संजीव के हटाने की वजह भी सौरव साहनी ही थे। संजीव के हटने के बाद मैं नोएडा और ग्रेटर नोएडा दोनों के लिए खबरें करता था जिसमें काफी खर्चा भी होता था फिर भी आप के हाथ मजबूत करने के लिए मैं सवाल भी नहीं करता था कि क्यों खर्चा मेरा हो रहा है। खैर मेरा उससे कोई मतलब नहीं कि किसको हटाया किसको नहीं लेकिन कुछ दिन पहले ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ग्रीन आर्क सोसाइटी में एक फ्लैट में आग लगी थी जिसकी खबर मैंने सौरव साहनी के कहने पर की लेकिन सौरव साहनी, आजतक वाले रिपोर्टर के साथ बिल्डर की साईट पर पहुंचे। उस बिल्डर से फायर की एनओसी मांगने लगे जबकि उसके पास एनओसी थी। इसी दौरान बिल्डर के मैनेजर को सौरव साहनी ने गाली बकी जिसके जवाब में मैनेजर ने भी गाली बकी और इनमें मार पिटाई तक की नौबत आ गई। मैं मौके पर था तो मैंने इलाके की पुलिस चौकी में संपर्क किया।
मैंने पुलिस को मौके पर बुलाया और कुछ वहां के लोकल लोगों को बुलाया। चूंकि बाउंसर भी मारने के लिए तैयार खड़े हो चुके थे लेकिन पूरा मामला मैंने खत्म करवाया, क्योंकि ये पिट जाते तो बदनामी चैनल की होती। उसके बाद यह उसी ग्रीन आर्क सोसाइटी के खिलाफ लगातार खबर चलाने लगे। सर आपको ध्यान होगा ग्रीन आर्क जो कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में थी सोसाइटी, उसका मैं स्क्रीनशॉट भी भेज रहा हूं आपको, जो खबर इन्होंने चलाई थी उसको नहीं करने के लिए आपने ही डेस्क को बोला था जिसका मैसेज मुझे मनोजीत जी ने किया था। मुझे मनोजीत जी ने अगले दिन फोन करके बताया कि इस बिल्डर के खिलाफ कोई खबर मत करना, उमेश सर का आदेश है।
मैंने उसके बाद सर खबर नहीं की, लेकिन सौरभ साहनी ने लगातार कभी फायर ऑफिसर तो कभी SSP इन सब की बाइट करने के लिए मुझे प्रेशर करने लगे और साथ में कहने लगे इन अधिकारियों के मोबाइल में मेरा नंबर सेव जरूर कर आना। यह खुद को समाचार प्लस का एडिटर बताते हैं। मैंने ग्रीन आर्क सोसाइटी के खिलाफ खबर नहीं की आपके आदेश के बाद तो इन्होंने मुझसे फोन पर काफी बदतमीजी की जिसकी सूचना मैंने उसी समय मनोजीत सर को दे दी। मनोजीत सर ने कहा कि कोई बात नहीं मैं बात करूंगा। इसके बाद सौरव साहनी ने डेस्क को बोलकर मेरा फोनो, वॉक थ्रू, ब्रेकिंग यह सब बंद करा दिए और कहा गया कि जब तक मैं आदेश नहीं दूं, तब तक अकरम की कोई भी खबर नहीं उठाना।
मुझे महसूस हुआ कुछ दिन बाद कि मेरी खबरें ब्रेकिंग सब कुछ समय से नहीं चल रही हैं और मैं स्क्रीन पर नहीं हूं तो मैंने यह बात बर्दाश्त की और फिर एक दिन प्रवीण साहनी जी को बताई। लेकिन मैंने उन्हें यह नहीं बताया कि आपके भाई ने मेरी खबरें बंद कराई हैं। मैंने उन्हें बोला कि डेस्क की तरफ से मेरी खबर नहीं चलाई जा रही। प्रवीण जी के हस्तक्षेप के बाद मेरी खबरें चलाई गईं।
अब सर मैं आपको उस घटना को बता रहा हूं जिसकी वजह से सौरभ साहनी ने मेरे खिलाफ पूरा षड़यंत्र रचा और अपने भाई प्रवीण साहनी को मेरे खिलाफ गलत इनपुट दिया। सर, आपने पूरी यूपी के रिपोर्टरों की मीटिंग बुलाई थी और मीटिंग में सभी को निर्देश दिया था कि सोशल मीडिया पर चैनल के स्क्रीनशॉट और लिंक डाले जाएं। जब मैं मीटिंग से फ्री होकर नीचे डेस्क पर आया तो असाइनमेंट पर एक नोटिस लगा हुआ था आपके नाम से कि 3C बिल्डर के खिलाफ कोई खबर नहीं करनी है और ना ही खबर चलेगी।
मैंने इस नोटिस के बारे में असाइनमेंट पर मौजूद विकास से पूछा उन्होंने कहा कोई खबर 3C बिल्डर के खिलाफ नहीं करना और ना ही भेजना, उमेश सर का आदेश है। मैंने उनको कहा कि एक दिन पहले ही 3C बिल्डर की ख़बर के ऊपर मेरा फोनो लगाया जा रहा था लेकिन मैंने वह खबर नहीं भेजी थी और ना ही मुझे पता था इसलिए मैंने फोन नहीं दिया।
ऑफिस में रिपोर्टरों की मीटिंग में जिस दिन आप आए थे, उससे एक दिन पहले 3C बिल्डर के खिलाफ लगातार खबर चल रही थी और उसका सौरव साहनी ने स्क्रीनशॉट भेज कर मुझे सभी ग्रुपों में डालने के लिए कहा था।
अब यहां से जो मैं बात आपको बताने जा रहा हूं कृपया उसे ध्यान से सुनिएगा, आपको सारी सच्चाई पता लग जाएगी कि कौन दोषी है और कौन नहीं। जिस दिन मीटिंग खत्म हुई उसी दिन रात को 11 बजे सौरव साहनी ने मुझे फोन किया और थाना एक्सप्रेस वे में जनवरी में एक FIR 3C बिल्डर के खिलाफ दर्ज हुई थी जिसमें बिल्डर के खिलाफ चार्जशीट भी लग चुकी थी, के मामले में बाइट करने के लिए मुझ पर प्रेशर बनाया। मैंने उनको बताया कि उमेश सर का आदेश है और डेस्क ने मुझे बताया है कि 3C बिल्डर के खिलाफ कोई खबर नहींं करनी है लेकिन यह लगातार SSP की बाइट करने के लिए मुझे परेशान करते रहे जिसकी पूरी सूचना मैंने मनोजीत सर को भी दी।
सौरभ साहनी को मैंने उस खबर को करने के विषय में आपके आदेश की जानकारी दी फोन पर तो यह मुझ पर भड़कने लगे और मुझे धमकाने वाले लहजे में बात करके फोन काट दिया। मनोजीत सर से मैंने पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद दोबारा से सौरव साहनी का फोन आया जिसकी पूरी रिकॉर्डिंग मैंने कर ली क्योंकि मुझे पता था यह कुछ ना कुछ गलत मेरे साथ बातचीत करेंगे। फोन पर सौरभ साहनी ने जो मुझसे खबर के सिलसिले में बात की उसको मैं आपके फोन पर WhatsApp कर रहा हूं जिसमें आप खुद ही सुन लेंगे कि किस तरह से मुझे खबर करने के लिए और आगे भविष्य में चेतावनी दे रहे थे। मैंने मनोजीत सर के कहने पर इनके लिए बाइट करने SSP के पास पहुंचा लेकिन उसने बाइट देने से मना कर दिया।
इसके बाद अगले ही दिन सौरव साहनी ने असाइनमेंट डेस्क को बोलकर मेरा फोनो, वॉक थ्रू और ब्रेकिंग रुकवा दी डेस्क पर बोला गया कि कोई भी खबर जो अकरम भेजेगा वह बिना सौरव साहनी के पूछे नहीं चलाई जाएगी। मुझे जब इस तरह की बातें पता चली और महसूस हुआ तो मैंने इस विषय में मनोजीत सर को भी बताया लेकिन कुछ भी नहीं हुआ क्योंकि वह लोग भी पूरी तरह से सौरव साहनी के प्रेशर में रहते हैं लेकिन मैंने हर खबर का समय नोट करता रहा और अपनी ब्रेकिंग और काम बदस्तूर जारी रखा लेकिन जब मेरा फोन और वॉक थ्रू नहीं चला कई दिन तक तो मैंने बड़ी खबरों के विषय में आशीष सर को अवगत कराया कि मेरे खबर और फोनो नहीं चल रहे हैं। इसके बाद आशीष सर के हस्तक्षेप के बाद मेरा फोनो और खबर चलने लगी लेकिन यह सौरभ साहनी को बर्दाश्त नहीं हुआ और मुझे WhatsApp कॉलिंग करके धमकाने लगे।
इसी बीच सेक्टर 18 में एक खबर हुई जिसके लिए प्रवीण सर ने मुझे बोला था। उसको चलाने के बाद प्रवीण सर ने ही मुझे ग्रुप में डालने के लिए कुछ फोटो भेजें। जब मैंने वह सोशल मीडिया पर डाले तो सौरव साहनी ने मेरे खिलाफ उन ग्रुपों पर लिखना शुरू कर दिया जिससे सभी पत्रकार और अधिकारी मुझे फोन कर इस विषय में बताने लगे। मैंने शालीनता अपनाते हुए कहा कि अगर कोई भी आपको बात करनी है तो मुझे पर्सनल कहिए, मैं आपके आदेश का पालन करूंगा। रही बात ग्रुप पर खबरें डालने की तो वह उमेश सर और प्रवीण सर का आदेश है जो कि मीटिंग में दिया है, मैं उसी का पालन कर रहा हूं। लेकिन उसके बाद यह मुझे लगातार धमकी भरे लहजे में लिखने लगे।
यह ग्रुप पर सार्वजनिक तौर पर मुझसे तू तड़ाक और बदतमीजी करने लगे। 2 दिन तक मैंने इनकी बदतमीजी ग्रुपों पर बर्दाश्त करी। सभी अधिकारी और पत्रकार मुझे फोन करते थे कि तुम्हारे खिलाफ यह ग्रुप पर लिख रहा है। मैंने यह सब नजरअंदाज कर दिया और इस विषय में मनोजीत सर को भी बताया लेकिन उन्होंने कहा कि ठीक है, मैं बात करूंगा लेकिन कुछ हुआ नहीं। इसके बाद 14 जून को एसएसपी गौतम बुद्ध नगर के ग्रुप में मैंने कुछ खबरों के स्क्रीन शॉट आपके आदेश के अनुसार डाले।
उसके बाद सौरभ साहनी ने मेरे खिलाफ एसएसपी के ग्रुप पर सार्वजनिक रूप से बहुत कुछ लिखा और मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुँचाई। लगातार सौरव साहनी की हरकतों से मैं दुखी हो चुका था इस विषय में मैंने आशीष सर को भी बताई उन्होंने इस मामले में हस्तक्षेप किया तो इन्होंने सौरभ साहनी ने WhatsApp पर मुझे लिखा कि आशीष के ऊपर तू कूद रहा है उसको भी देख लूंगा। उसका भी स्क्रीनशॉट मैं आपको भेज रहा हूं सर, पूरी रिकॉर्डिंग और स्क्रीन शॉट में सब आपको भेज रहा हूं जिससे आपको पता लगेगा कि ये किस तरह से समाचार प्लस के मेहनती और कर्मठ कर्मचारियों को दुखी कर रहे हैं। सौरव साहनी ने जब मुझे ग्रुप पर सार्वजनिक तौर पर अपमानित किया तो फिर मैंने भी उनके खिलाफ लिखना शुरू कर दिया।
ग्रुप में काफी बहस भी हुई जिसके बाद सौरव साहनी ने प्रवीण जी को फोन कर मुझे id जमा करने के लिए फोन करा दिया। मुझे सर दुख इस बात का नहीं है कि मैं ID जमा कर रहा हूं। बस दुख इस बात का है कि आप के आदेशों का पालन करने की सजा मुझे इस तरह से मिली है और ना जाने कितने रिपोर्टर कर्मचारियों को मिली होगी जिसकी सूचना आप तक नहीं पहुंच पाती है।
सौरव साहनी ने मेरे सहनशीलता की पूरी हद पार कर दी और एक लेटर संजीव के साथ मिलकर कई ग्रुपों पर सार्वजनिक कर दिया जो कि प्रवीण साहनी जी से साइन कराया हुआ था कि अकरम को समाचार प्लस से निष्कासित कर दिया गया है। मैं यह सब अपनी बात आपको इसलिए बता रहा हूं क्योंकि आपने अभी मीटिंग में कहा था कि अगर किसी रिपोर्टर को कहीं कोई दिक्कत है तो आपसे संपर्क किया जाए।
मेरे साथ ही ये घटना नहीं हुई है बल्कि ऑफिस के कई लोग दबी जुबान में भी सौरव साहनी के आतंक से दुखी हैं इसलिए आप कृपया इस दिशा में उचित कदम उठाएं। आप चैनल के मालिक हैं, मेरा एक निजी सुझाव यह है कि कृपया बिल्डर वाली खबरों पर आप खुद ध्यान दें और एक आदेश लागू कर दें कि अगर बिल्डर के संबंध में कोई खबर की जाती है तो उसकी मेल तीन जगह फॉरवर्ड की जाए, एक आपको, एक डेस्क को और एक रिपोर्टर को ताकि आपको पता रहे कि कौन सी खबर की जा रही है और कौन सी नहीं।
मेरा मानना ये है कि अगर ऐसा आदेश पारित होगा तो सौरव साहनी की मनमानी रुकेगी। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं समय समय पर सूचित करूंगा कि सौरव साहनी किस बिल्डर से आजतक के रिपोर्टर के साथ मिलकर पैसा कमा रहा है। अगर मेरे 3 साल के करियर में कभी मैंने चैनल के खिलाफ कोई षड्यंत्र रचा हो या कोई गलत काम की शिकायत आई हो तो उसके विषय में आप असाइनमेंट और आशीष जी से मालूम कर सकते हैं क्योंकि मुझे मालूम है प्रवीण साहनी जी अपने भाई का ही सपोर्ट करेंगे।
मैं आपको एक बात और बताना चाहता हूं, सर संजीव के हटने के बाद अभी कुछ महीने पहले ही इन्होंने नोएडा के लिए एक रिपोर्टर को रखा था जो कि अब से पहले ग्रेटर नोएडा में ABP न्यूज़ के लिए काम करता था लेकिन वह तीन चार पत्रकारों के साथ 2015 में सेक्स रैकेट चलाता हुआ ग्रेटर नोएडा में पकड़ा गया और उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ, इसके बाद उसे abp न्यूज़ से हटा दिया था।
उसके खिलाफ कई 3 FIR दर्ज थी जिसके बाद भी सौरव साहनी ने उसको नोएडा के रिपोर्टर के तौर पर नियुक्त किया क्योंकि उसने सौरव साहनी को भरोसा दिलाया था कि मैं बिल्डरों से आप की सेटिंग करा लूंगा। उसको रखने के बाद सौरव साहनी ने उसके साथ मिलकर मुझे कई बार मानसिक तौर पर परेशान किया लेकिन मैं अपना काम ईमानदारी के साथ करता रहा। इसी बीच उस रिपोर्टर ने एक बिल्डर से ठीकठाक कमा लिया, सौरव साहनी को एक भी पैसा नहीं दिया। इसी पर दोनों में बात बिगड़ गई और सौरव साहनी ने उसको चैनल से निकलवा दिया।
उस रिपोर्टर को रखते समय मैंने FIR की कॉपी भी सौरभ साहनी को दी थी जो मुझसे खुद सौरव साहनी ने मांगी थी जिसकी मेल भी मैं आपको साथ में अटैच कर रहा हूं। इसलिए मेरा सर आपसे अनुरोध है कि जो बातें मैंने आपसे की है वह कृपया एक बार असाइनमेंट से क्रॉस चेक कर लें। आशीष जी से बात कर लें तो सच्चाई आप को खुद पता लग जाएगी। इस मेल के साथ में आपको कुछ स्क्रीनशॉट और सौरव साहनी की बदतमीजी के सबूत ऑडियो भेज रहा हूं। कृपया एक बार सभी सबूतों को देखने के बाद आप फैसला लें कि मैं गलत था या सौरव साहनी। सर, आपको चैनल के सभी कर्मचारी बहुत मानते हैं और आपके व्यवहार की कर्मचारियों के प्रति हर जगह सराहना होती है इसलिए यह मेल मैं आपको चैनल छोड़ने के बाद मजबूरी में लिख रहा हूं।
भवदीय
अकरम खान
पूर्व संवादाता
समाचार प्लस
गौतम बुद्ध नगर।
https://www.youtube.com/watch?v=2WY62NWiPVQ
मृतुंजय साधक, असिस्टेंट प्रड्यूसर,न्यूज वर्ल्ड इंडिया
June 20, 2018 at 11:09 am
भाई अकरम दलालों के चैनल में काम करोगे को तो यही हाल होगा…..जिस चैनल के मालिक पर दुष्कर्म जैसा संगीन आरोप लग चुका है उससे तुम न्याय की आशा रखते हो।
D.c
June 20, 2018 at 8:19 pm
मन की बात, इस लिए अच्छे लोग छोड कर चले गये या राजनीति का शिकार बनाकर निकलवा दिये गये,राजस्थान न,1से 0 होने का कारण भी शायद राजनीति ही थी
Mukesh kumar upadhyay
August 1, 2018 at 3:04 pm
क्या हो गया अकरम भाई यह सब कुछ भड़ास मीडिया पर चल रहा है आपको समाचार प्लस के बहुत प्रिय हो