गोरखपुर यूनिट में गोलबंदी का परिणाम कहा जा रहा उलटफेर… जागरण की गोरखपुर यूनिट के इनपुट हेड संजय मिश्र ने धृतराष्ट्र की भूमिका का निर्वाह कर रहे यूनिट के संपादकीय प्रभारी उमेश शुक्ल की आंख में धूल झोंकते हुए देवरिया के अपराध संवाददाता श्रीशचंद्र मिश्र उर्फ राजन को संस्थान छोड़ने पर मजबूर कर दिया। बताया जाता है कि राजन मिश्र बीते पांच वर्ष से क्राइम रिपोर्टर की भूमिका का निर्वाह कर रहे थे।
किसी कारण अपराध संवाददाता राजन मिश्र से खार खाए संजय मिश्र अपने करीबी व सलेमपुर तहसील प्रभारी संजय यादव को काफी समय से जिले में स्थापित करने की कोशिश में थे। फिलहाल जागरण ने अमर उजाला के पवन मिश्र समेत दो बाहरी लोगों को देवरिया कार्यालय में तैनात किया है। इनके अलावा भाटपाररानी तहसील प्रभारी सौरभ मिश्र व बरहज संवाददाता विवेकानंद मिश्र को भी देवरिया कार्यालय में तैनाती मिली है।
बताया जाता है कि राजन मिश्र वरिष्ठ सहयोगियों के पूर्वाग्रह ग्रस्त उपेक्षित व्यवहार से दुखी थे। वह अपनी तैनाती गोरखपुर अथवा कुशीनगर चाहते थे। नकचढे संपादक ने अपने मेहनती रिपोर्टर की यह मांग खारिज कर दी। लेखन कौशल में अलग पहचान रखने वाले राजन मिश्र को बरहज भेजने का फरमान संस्थान ने जारी कर दिया। संस्थान के इस फरमान को ठुकराते हुए श्री मिश्र ने दैनिक जागरण देवरिया को अलविदा कह दिया। उनके द्वारा संपादक को संबोधित पत्र जिले में खासे चर्चे में है।