प्रदीप पल्लव-
कोई पहले से परिचय नहीं। एक दिन एका- एक अनजान नंबर से कॉल आया। मैं पूछा कौन? उधर से जबाव मिला, आप दैनिक भास्कर के पल्लव जी हैं। बोला हां। वे बोले मैं आपकी खबर पढ़ते रहता हूं। मैं भी पहले दैनिक भास्कर में काम चाईबासा से करता था।
बात खत्म हुई तो मुलाकात करने के लिए गांधी मैदान गोड्डा के पास बुलाए। वे बोले कि आपके जिले के सुंदरपहाड़ी के एकलव्य विद्यालय में हमारी संस्था संचालित कर रही है। फिर जब भी गोड्डा आते तो वे बिना मिले शायद ही लौटते। बेहद स्मार्ट राजेश पति से कुछ दिन पहले बात हुई थी। बोले थे इधर गोड्डा नहीं आया हूं। आने पर मुलाकात जरूर होगी भाई।
यही परिचय समय के साथ बढ़ता गया। जब पत्रकार और पत्रकारिता वाट्स एप ग्रुप बनाया तो राजेश भाई ने ही चाईबासा के तीन पत्रकार दिलीप बनर्जी, ऋषिकेश सिंह देव, उदय प्रताप सिंह का नंबर दिए जिसे इस ग्रुप में जोड़ सके। सूचना मिली तो पहले चाईबासा के दिलीप बनर्जी साहब को फोन लगाया। उससे जब बात नहीं हुई तो फिर ऋषिकेश सिंह देव से बात हुई तो उसने खबर की पुष्टि कर दी।
ऋषिकेश भाई भी रोने लगे। वे बताए की आज राजेश भाई रिम्स से डिस्चार्ज होने वाले थे। सबेरे सुगर लेबल काफी घट गया और वे नहीं रहे। अब कितनी खबर इस तरह अपने मित्रों का लिखबाओगे। अब माफ कर दो भगवान !
One comment on “चाईबासा के पत्रकार राजेश पति कोरोना से जंग हार गए!”
Very Sad .. Deep Condolences .