फेसबुक पर राजकिशोर तिवारी को लेकर चल रही चर्चाओं के बारे में कुछ आथेंटिक सूचनाएं मिली हैं. पहली तो ये कि यह सच है कि राजकिशोर ने जो ट्वीट सम-विषम को लेकर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ किया था, उसे अरविंद केजरीवाल ने न सिर्फ दिल पर ले लिया बल्कि जागरण प्रबंधन पर इसको लेकर दबाव बनाया. साथ ही उन्होंने दैनिक जागरण को मिलने वाला दिल्ली सरकार का विज्ञापन भी रोक दिया. इससे रेवेन्यू का प्यासा जागरण प्रबंधन घुटने के बल पर बैठ गया.
उधर इसी बीच राजकिशोर तिवारी की एबीपी न्यूज में बात चल रही थी और उनको आफर लेटर भी मिल गया. दैनिक जागरण से नोटिस पीरियड खत्म करने और जागरण प्रबंधन से बातचीत कर नई जगह ज्वाइन करने में वक्त लग गया. इस बीच के वक्त में यह चर्चा तेजी से फैल गई कि राजकिशोर के ट्वीट को लेकर जागरण प्रबंधन ने अरविंद केजरीवाल की शर्तें मान ली हैं और राजकिशोर तिवारी की विदाई कर दी गई है.
पर राजकिशोर के करीबी लोगों का कहना है कि एक ही समय पर कई चीजें होने से लोगों ने यह अर्थ निकाल लिया कि राजकिशोर को जागरण प्रबंधन ने निकाल दिया, लेकिन यह बात सही नहीं है. राजकिशोर अपनी माताजी की तबीयत खराब होने के कारण उनकी देखभाल के लिए छुट्टी लेकर चले गए थे. साथ ही एबीपी न्यूज से उन्हें आफर लेटर मिल गया था. इस तरह लंबे समय से दैनिक जागरण में सेवा दे रहे राजकिशोर दरअसल अब दूसरी पारी शुरू करेंगे. बताया जा रहा है कि राजकिशोर एबीपी न्यूज में एक्जीक्यूटिव एडिटर के पद पर गए हैं और बतौर पोलिटिकल एडिटर कामकाज देखेंगे. दैनिक जागरण में वह नेशनल ब्यूरो चीफ थे और पोलिटिकल एडिटर की जिम्मेदारी संभाल रहे थे.
मूल खबर….
सम-विषम के खिलाफ ट्वीट करने वाले दैनिक जागरण के राजकिशोर की नौकरी अरविंद केजरीवाल के चलते गई?
Comments on “एबीपी न्यूज ज्वाइन करेंगे राजकिशोर, दैनिक जागरण से दिया इस्तीफा”
कुछ करीबी लोग और हैं जो सत्य जानते हैं . आप जिन करीबी लोग का सन्दर्भ खबर में दे रहे हैं शायद वे कुछ दूर के हैं अन्यथा सत्य ज्ञात होता . दैनिक जागरण पीत पत्रकारिता का शिखर संस्थान बन गया है जो मुद्रित सूचना तंत्र कासबसे बड़ा घाघ है . खबर तो केजरीवाल संबंधी ट्वीट वाली बात ही सही है. वास्तव में जहां जहां धुवाँ होता है वहां वहां आग होती है किन्तु जहां जहां आग हो वहां धुवाँ होना जरूरी नहीं , वह कथन मिथ्या होगा , अतः तथ्यों को सही सन्दर्भ में देखना चाहिए .