-प्रमेन्द्र मोहन-
ज़ी के साथी राकेश तनेजा जी को लेकर दुखद खबर मिल रही है। कोविड 19 की चपेट में आ गए थे।
जिंदादिल और सभी से हमेशा खुलकर मिलने, बात करने वाले तनेजा ही वो रिपोर्टर थे, जिन्होंने हरियाणा के कुरुक्षेत्र में बोरवेल में गिरने वाले प्रिंस नाम के बच्चे की न सिर्फ जान बचाई थी बल्कि उसे अंतरराष्ट्रीय खबर बनाने में भी मुख्य भूमिका निभाई थी।
इनपुट, असाइनमेंट पर रहने के कारण हम आउटपुट वालों से नियमित संपर्क में रहते थे और खुशमिजाज होने की वजह से सबसे मधुर संबंध थे।
उम्र भी ज्यादा नहीं थी लेकिन होनी को कौन टाल सकता है। सुबह सुबह ये मनहूस खबर मिली कि फरीदाबाद में ये अनहोनी हो गई।
-विप्लव अवस्थी-
दिल्ली में क्राइम और लीगल रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार राकेश तनेजा की कोरोना से मृत्यु हो गयी है.. पता चला है कि कल रात 10 बजे फरीदाबाद के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली.. बहुत ही धाकड़ रिपोर्टर थे.. सच को सच कहने वाले.. लंबे समय तक हमनें साथ में दिल्ली हाइकोर्ट और निचली अदालतों को कवर किया था..बहुत ही दुखद…हमनें अपना पुराना साथी खो दिया…
-प्रभाकर मिश्रा-
राकेश तनेजा का जाना व्यक्तिगत क्षति है. उनका मिलनसार व्यक्तित्व, हमेशा गर्मजोशी से मिलना.. इस हृदयविदारक खबर पर विश्वास नहीं हो रहा है. भगवान उनकी आत्मा को शांति दें.
और हाँ, जो कहते हैं कि कोरोना केवल बीमार और बुजुर्ग लोगों को ही निगल रहा है. राकेश तनेजा हमलोगों के हमउम्र थे और स्वस्थ थे.
-नीरज ठाकुर-
राकेश…. कल रात 9 बजे ही तो बात हुई थी तुम से…क़रीब आधा घंटा हमारी बात हुई … ज़रा सा भी एहसास नहीं हुआ कि क्या होने वाला है अगले 2 घंटों में….तुम अपने उसी हरियाणवी अन्दाज़ जोक सुना रहे थे….corona positive हुए भी 9 दिन हो चुके थे और अब लगभग ठीक होने की रह पर थे…
2 घंटे बाद आयी उस फ़ोन कॉल पर अब भी भरोसा नहीं हो रहा है…कहाँ चले गए तुम दोस्त…अगले हफ़्ते प्रेस क्लब में मिलना का वादा किया था…. तुमने वादा नहीं निभाया दोस्त…. तुम्हारे बिना अब वो महफ़िल नहीं होगी कभी….
दिल में थे, हमेशा वही रहोगे….