के. के. सिंह सेंगर-
एकमा/छपरा (सारण) : दैनिक भास्कर के पत्रकार राणा परमार अखिलेश का हृदय गति रुकने से शुक्रवार की सुबह लगभग 10 बजे हाजीपुर (वैशाली) में असामयिक निधन हो गया। वह लगभग 61 वर्ष के थे। वह बीते कुछ माह से पीलिया बीमारी से पीड़ित थे।
पैतृक गांव बसंत में शुक्रवार को तबीयत बिगड़ने पर उन्हें उपचार हेतु हाजीपुर ले जाया गया जहां उन्होंने अंतिम सांस ली है। वह अपने पीछे भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके निधन से पत्रकारिता, साहित्यिक व शिक्षा जगत में अपूरणीय क्षति हुई है। उनके असामयिक निधन पर जिले भर के पत्रकारों, साहित्यकारों व शिक्षाविदों में शोक की लहर है।
उनका काफी समय से दिघवारा की धरती से एक कर्मभूमि के रुप में लगाव रहा है। वह स्वतंत्रता सेनानी व दिघवारा म्यूनिसिपैलिटी के फाउंडर चेयरमैन रामचंद्र सिंह पथिक व रामजंगल सिंह इंटर कॉलेज के संस्थापक सचिव अशोक सिंह के काफी समय तक सन्निकट रहे और उन्हें स्नेह मिला है। 181 ए, लाल कोठा राईपट्टी, दिघवारा (सारण) में काफी समय तक परमार जी रहे हैं। बीमार होने के बाद ही वह यहां से अपने पैतृक गांव बसंत में रहने के लिए हाल ही में गये थे।
युवा पत्रकार के. के. सिंह सेंगर, अमन कुमार सिंह व बिपीन कुमार शर्मा ने अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पत्रकारिता जगत सहित व्यक्तिगत उन्हें परमार जी की असामयिक निधन से अपूरणीय क्षति हुई है। श्री सेंगर ने कहा कि उन्हें 2012 में भिखारी ठाकुर सम्मान, सांस्कृतिक पत्रकारिता के लिए मिला था। इसी प्रकार 2013 में साहित्य सृजन व पत्रकारिता के लिए दिघवारा वैश्य समाज सम्मान, 2016 में सारण रत्न सम्मान के अलावा अंजुमन तरक्की- ए-उर्दू वाराणसी द्वारा हबीब-ए उर्दू खिताब से नवाजा गया था।
मूलतः सारण जिले के गड़खा प्रखंड के बसंत गांव निवासी व शिक्षाविद डॉ. राजेश्वर सिंह राजेश के आंगन में परमार जी का जन्म 8 अप्रैल 1961 को हुआ। वह हिन्दी साहित्य में स्नातकोत्तर की शिक्षा बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर व बीपीएड, अमरावती विद्यापीठ, अमरावती (महाराष्ट्र) से शिक्षा ग्रहण किए।
दिघवारा स्थित राम जंगल सिंह इंटर कॉलेज में अध्यापन के अलावा, बिहार सहित यूपी व उतराखंड के विभिन्न जनपदों में पत्रकारिता के शीर्ष पदों को सुशोभित किए। युवा पत्रकार के. के. सिंह सेंगर के अनुसार 1985 से 1990 तक पटना से प्रकाशित हिन्दी दैनिक नवभारत टाइम्स, पाटलिपुत्र टाइम्स, जनशक्ति, दैनिक आज आदि समाचार पत्रों के लिए संवाददाता रहे।
1991 में दैनिक जनवार्ता (वाराणसी, उ.प्र.) में प्रशिक्षु उप संपादक सहित वाराणसी नगर में संवाद संकलन व संपादन भी किए।वह 1992 में सान्ध्य दैनिक समाचार ज्योति (वाराणसी, उ. प्र.) में मुख्य नगर संवाददाता तथा उर्दू दैनिक तनवीरे-नव का समाचार संपादक सन् 1995 तक किए। 1996 से 1997 तक दैनिक हमारा फ़ैसल (सहारनपुर, उप्र) में मुख्य उपसंपादक रहे।
1998 से 2002 तक दैनिक जागरण, देहरादून (उतराखंड) में उप संपादक (प्रादेशिक डेस्क), दैनिक जागरण, आगरा (उप्र) में उप संपादक, (जनरल डेस्क, प्रथम पृष्ठ), नगर संवाददाता, हरिद्वार, रुड़की में रहे। सन 2004 से 2017 तक दैनिक जागरण, पटना (बिहार) के लिए लिए भी संवाद संकलन, संपादन और प्रेषण किए। संप्रति: दैनिक आज, दैनिक जनादेश एक्सप्रेस, पवित्र भारत, दस्तक प्रभात, सन्मार्ग, हमारा मैट्रो, न्यूज सबकी पसंद, परिधि समाचार, जनमत की पुकार, नव बिहार दूत, दैनिक भारत, संजीवनी समाचार सहित वेब पोर्टल श्रीनारद मीडिया, अम्बालिका न्यूज, राष्ट्रनायक, दैनिक खोज खबर, न्यूज फैक्ट, आईडिया सिटी, प्रत्येक न्यूज, पाठक न्यूज आदि के लिए अवैतनिक व अंशकालिक समाचार संकलन व प्रेषण के अलावा समय प्रसंग (हिन्दी मासिक), यूथ आइडल (हिन्दी मासिक), पारस (हिन्दी मासिक) में अवैतनिक संपादक रहे।
वहीं इग्नू के अध्ययन केंद्र वाईएन कालेज, दिघवारा में कौंसलर, सृजनात्मक लेखन, विश्व संवाद केंद्र के पत्रकारिता प्रशिक्षक तथा रामजंगल सिंह इंटर कॉलेज में वित्त रहित कालेज शिक्षक रहे।