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संघ और कांग्रेस के मुखपत्रों में हलचल, एक जगह बर्खास्तगी, दूसरी जगह चुप्पी

संघ के मुखपत्र पांचजन्‍य और ऑर्गनाइजर में काम करने वाले लोगों ने वेतन बढ़ाने और कुछ अन्‍य सुविधाओं की मांग करते हुए आरएसएसस के सरसंघचालक मोहन भागवत को चिट्ठी लिखी है। ये मुखपत्र छापने वाली कंपनी भारत प्रकाशन लिमिटेड (बीपीएल) के प्रबंधन पर घटिया व्यवहार करने और कम पैसे में काम कराने का आरोप कर्मियों ने लगाया है।

<p>संघ के मुखपत्र पांचजन्‍य और ऑर्गनाइजर में काम करने वाले लोगों ने वेतन बढ़ाने और कुछ अन्‍य सुविधाओं की मांग करते हुए आरएसएसस के सरसंघचालक मोहन भागवत को चिट्ठी लिखी है। ये मुखपत्र छापने वाली कंपनी भारत प्रकाशन लिमिटेड (बीपीएल) के प्रबंधन पर घटिया व्यवहार करने और कम पैसे में काम कराने का आरोप कर्मियों ने लगाया है।</p>

संघ के मुखपत्र पांचजन्‍य और ऑर्गनाइजर में काम करने वाले लोगों ने वेतन बढ़ाने और कुछ अन्‍य सुविधाओं की मांग करते हुए आरएसएसस के सरसंघचालक मोहन भागवत को चिट्ठी लिखी है। ये मुखपत्र छापने वाली कंपनी भारत प्रकाशन लिमिटेड (बीपीएल) के प्रबंधन पर घटिया व्यवहार करने और कम पैसे में काम कराने का आरोप कर्मियों ने लगाया है।

चिट्ठी में लिखा गया है कि माली हालत अच्‍छी होने के बावजूद कर्मचारियों की सैलरी नहीं बढ़ाई जा रही।चिट्ठी पर भारत प्रकाशन लिमिटेड के सभी कर्मचारियों के दस्‍तखत हैं। इसकी कॉपी मोहन भागवत और नीचे के अन्य वरिष्ठों को भी भेजी गई है। इस चिट्ठी पर संघ वालों ने चुप्पी साधी हुई है.  दो दिसंबर को लिखी गई इस चिट्ठी का एक अंश यूं है…

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”हम भारत प्रकाशन लिमिटेड परिवार के सदस्‍य, स्‍टाफ और ऑर्गनाइजर व पांचजन्‍य में काम करने वाले आपका ध्‍यान अपनी मुश्किलों की ओर आकर्षित कराना चाहते हैं। इसे अन्‍यथा न लें।”

उधर, कांग्रेस के 131वें स्थापना दिवस के मौके पर कांग्रेस की मुंबई यूनिट के मुखपत्र ‘कांग्रेस दर्शन’ में सोनिया गांधी और जवाहर लाल नेहरू पर आपत्तिजनक लेख छाप दिया गया है। कांग्रेस ने मुखपत्र के कंटेंट के एडिटर सुधीर जोशी को बर्खास्त कर दिया है। लेख में सोनिया गांधी के पिता को फासिस्ट सिपाही बताया गया है। पंडित जवाहर लाल नेहरू के कुछ फैसलों पर भी सवाल उठाया गया है।

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लेख में कहा गया है कि अगर नेहरू ने रणनीतिक और कूटनीतिक कौशल का प्रयोग किया होता, तो कश्मीर, चीन और तिब्बत की समस्या नहीं रही होती। मुखपत्र के संपादक संजय निरूपम ने कहा है कि  वे पत्रिका में आपत्तिजनक लेख छप जाने को स्वीकार करते हैं और इसको लेकर कार्रवाई की जा रही है।

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