सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी (SEBI) की तरफ से मंगलवार को लगभग 100 शेयर बाजार संचालकों के ठिकानों पर छापेमारी की गई। छापेमारी की ये कार्रवाई उन संचालकों के ठिकानों पर हुई जो अवैध तरीके से शेयर की कीमतों में हेरफेर कर छोटी कंपनियों के शेयरों को बेचने का जुगाड़ लगा रहे थे। छापेमारी की इस कार्रवाई में निगरानी विभाग के कई छोटे बड़े अधिकारी भी शामिल रहे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले कई दिनों से कई छोटी कंपनियों के शेयरों की कीमतें अपर सर्किट के दायरे में आ रही थी। SEBI इस बात को नोटिस कर रहा था। सेबी ने पाया कि कई संचालक नए निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए व्हाट्सएप और टेलीग्राम गुप्स से जोड़ रहे हैं और वहां पर खुदरा निवेशकों को यह सलाह दी जा रही थी कि आप सब छोटी छोटी कंपनियों में निवेश करें।
सेबी ने यह भी पाया कि जिन कपंनियों के बारे में जानकारियों का अभाव है, उन्हीं कंपनियों के स्टॉक्स ये लोग जमा करते हैं और उसे नए और खुदरा निवेशकों को बेच देते हैं।
बता दें कि छह माह पूर्व भी सेबी ने इस तरह के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की थी। हालांकि उस वक्त मामला दूसरा था। वह कार्रवाई विदेशी पोर्टफोलियो वाले निवेशकों के साथ हेराफेरी करने वोल एक बड़े बाजार संचालक से जुड़े 06 लोगों के खिलाफ हुई थी। इनमें से 05 कोलकाता के और 01 मुंबई का था। ये कार्रवाई 15 जून और 18 जून को हुई थी लेकिन इन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। पूरे मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था।