राहुल मिश्रा-
सीतापुर। बीते कई दिनों से चिकित्सकों की मनमानी के कारण मीडिया की सुर्खियां बने जिला अस्पताल को लेकर यहां के प्रशासन ने तुगलकी फरमान जारी कर दिया है। अस्पताल परिसर में सभी वार्डो में पोस्टर लगाए गए हैं जिसमें लिखा है कि अस्पताल परिसर में फोटो व वीडियो बनाना मना है। अगर कोई बनाएगा तो कार्यवाही की जाएगी।
मालूम हो कि बीते कई दिनों से जिला अस्पताल अपने चिकित्सकों की कार्यशैली को लेकर काफी सुर्खियों में है। कभी ऑपरेशन थियेटर में तैनात स्टाफ नर्स द्वारा मरीजों से सुविधा शुल्क मांगे जाने की बात सामने आती है तो फिर कभी डॉ इन्द्रशेखर व गंगाधर का तीमारदारों से बदसलूकी का मामला सामने आता है।
अस्पताल की खबरें जब मीडिया की सुर्खियां बनने लगीं तो अपनी कार्यशैली में सुधार लाने के बजाय अस्पताल प्रशासन ने तुगलकी फरमान जारी कर दिया। तुगलकी फरमान में अस्पताल परिसर में पोस्टर लगाकर यह सूचित किया गया कि बिना अनुमति कोई भी अस्पताल के अंदर का वीडियो न बनाए और फोटो भी न खींचें।
अस्पताल परिसर का तुगलकी फरमान काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि सीएमएस का कहना है कि यह पोस्टर किसने लगाए, हमे जानकारी नहीं है, जांच कराई जाएगी।
पोस्टर का मामला जब सोशल मीडिया की सुर्खियां बना तो सीएमएस ने तत्काल सभी पोस्टर फड़वा दिए। जिला अस्पताल प्रशासन की मर्जी के बगैर यह पोस्टर दीवारों पर लगे थे, यह बात गले नहीं उतर रही है, क्योंकि सोशल मीडिया पर पोस्टर वायरल होने के बाद सीएमएस ने मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।
सीएमएस ने भले ही पोस्टर न लगवाने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया हो लेकिन सोचने की बात यह है कि अस्पताल परिसर के सभी वार्डो में पोस्टर लग गए और सीएमएस को जानकारी भी नहीं हुई, यह बात किसी को हजम नही हो रही है।