दिव्य हिमाचल के ब्यूरो चीफ सुनील शर्मा का अचानक यूँ चले जाना हृदय विदारक है। अच्छे लोग कभी नहीं मरते। वो अपनी माद्दी जिस्मानी सूरत से तो आज़ाद हो जाते हैं लेकिन उनकी यादें दिलों में हमेशा घर किए रहती हैं और हम वक्त-बेवक्त उन्हें याद करते रहते हैं। निश्चय ही यह एक बहुत दुखद सूचना है ! कम उम्र में अनुज समान एक जुझारू, कर्मठ पत्रकार सुनील शर्मा का यूं जाना पीड़ित करता है ! हमें उनकी कमी हमेशा सालती रहेगी ! इस नौजवान संजीदा पत्रकार को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि!
-शिमला के वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण भानु की एफबी वॉल से.
जयपुर से सूचना है कि राजस्थान पत्रिका के आईटी विभाग में कार्यरत वीरेन्द्रपाल सिंह (वीरू जी) का निधन शनिवार को हो गया। उनकी अन्तिम यात्रा रविवार को एच-75-ए, झकोरेश्वर मार्ग, बनीपार्क से चांदपोल मोक्षधाम पहुंची। वीरेन्द्रपाल को 17 मार्च को ऑफिस में शाम करीब साढ़े सात बजे डबल हार्टअटैक आया था। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। इससे पहले भी मशीन में कार्यरत सूर्य कुमार जी पर काम का भारी दबाव रहा, उनके निधन के बाद गुलाब सेठ ने परिवार की सुध तक नही ली. पत्रिका में उन पर काम का काफी दबाव था… इस वजह से टेंशन में थे.
-एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.