इंडिया टीवी की एंकर तनु शर्मा को न्याय दिलाने के लिए आज नोएडा फिल्म सिटी में कई साथी एकत्रित हुए। इनमें समाजसेवी कविता कृष्णन, वरिष्ठ मीडियाकर्मी और इंडिया टीवी के पूर्व अधिकारी प्रशांत टंडन, जेएनयू छात्र संघ के अकबर चौधरी, मीडिया एक्टिविस्ट महेंद्र मिश्र आदि प्रमुख थे। प्रदर्शन से पूर्व सभी ने तनु शर्मा के साथ हुए अन्याय और मीडिया में महिलाओं के उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं पर अपने अपने विचार रखे। बाद में ये सभा विरोध प्रदर्शन जुलूस में तब्दील हो गयी। प्रदर्शनकारियों द्वारा बाद में एक ज्ञापन एसडीएम को उनके कार्यालय में सौंपा गया जिसमें तनु शर्मा को इंसाफ दिलाने और आरोपियों को कड़ी सज़ा दिलाने की मांग की गई। ज्ञापन में अनेक सुझाव दिए गए हैं जिनसे कार्यस्थल पर महिलाओं के उत्पीड़न की घटनाओं पर रोक लगायी जा सके।
एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन की प्रतिः
प्रति,
जिलाधिकारी
गौतम बुद्ध नगर,
यूपी।
महोदय,
इंडिया टीवी की एंकर तनु शर्मा के साथ हुए अन्याय के खिलाफ आज नोएडा फिल्म सिटी में एक सभा हुई और उसके बाद लोगों ने जिलाधिकारी कैंप कार्यालय तक मार्च किया। इस कार्यक्रम में मीडियाकर्मियों के अलावा समाज के दूसरे हिस्सों से जुड़े लोगों ने भी शिरकत की। सभा में एंकर तनु शर्मा के साथ बरते गए इंडिया टीवी मैनेजमेंट के रवैये की घोर भर्त्सना की गई। सभा में माना गया कि मैनेजमेंट के आपराधिक, गैरजिम्मेदाराना और उत्पीड़नकारी रुख के चलते तनु शर्मा को खुदकुशी की कोशिश के लिए मजबूर होना पड़ा। घटना के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह मैनेजमेंट उन्हें बचाने में जुट गया है। इतना ही नहीं उसने पूरे मामले के लिए तनु शर्मा को ही जिम्मेदार ठहराने की साजिश शुरू कर दी है।
उससे भी बड़ी लापरवाही पुलिस और प्रशासन के स्तर पर बरती गई। जब इस मामले में बराबर की आरोपी ऋतु धवन का नाम एफआईआर में नहीं शामिल किया गया। ऐसा माना जा रहा है कि ये सब कुछ इंडिया टीवी मैनेजमेंट और पुलिस-प्रशासन की मिलीभगत से संभव हुआ। मैनेजमेंट के दबाव का नतीजा कहिए या फिर प्रशासन की लापरवाही घटना के इतने दिन बाद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। हद तब हो गई जब इंडिया टीवी मैनेजमेंट की एकतरफा शिकायत पर पुलिस ने तनु शर्मा के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया। आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और उल्टे मैनेजमेंट के साथ मिलकर उन्होंने तनु शर्मा के खिलाफ निंदा अभियान छेड़ दिया है। ऐसे दौर में जबकि महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई सड़क से लेकर संसद तक परवान चढ़ रही है। संसद से 20 किमी की दूरी पर एक महिला न्याय से कोसों दूर है। ये सब कुछ एक ऐसे मीडिया संस्थान में हो रहा है जहां सबके अधिकारों की लड़ाई की बात होती है। इन मीडिया संस्थानों में कार्यरत हजारों लोग तनु शर्मा जैसे हालात से गुजर रहे हैं। इनमें से कोई फिर उसी तरह के कदम उठाने के लिए मजबूर ना हो इसके लिए हम आपसे मांग करते हैं कि….
1-एफआईआर में तनु शर्मा को खुदकुशी की कोशिश के लिए मजबूर करने वाली ऋतु धवन का नाम भी शामिल किया जाए।
2-आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
3- इंडिया टीवी मैनेजमेंट की शिकायत के आधार पर तनु शर्मा के खिलाफ लगाई गई धाराएं पूरी तरह से एकतरफा और बेबुनियाद हैं। उन्हें तत्काल रद्द किया जाए।
4-सभी मीडिया संस्थानों में विशाखा गाइड लाइन लागू कराने की गारंटी की जाए।
5-तनु शर्मा को ससम्मान नौकरी पर बहाल कर उसे उचित मुआवजा दिया जाए।
6-मीडियाकर्मियों की शिकायतों और उनके निपटारे के लिए एक स्वतंत्र, निष्पक्ष और कारगर संस्था का गठन किया जाए।
आप का,
अनिल चमड़िया, प्रशांत टंडन, कविता कृष्णन, महेंद्र नाथ मिश्र
दिनांक- 2 जुलाई, 2014
प्रतिलिपि,
1-मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश
2-राष्ट्रीय और राज्य महिला आयोग
3-एसएसपी, गौतमबुद्ध नगर
Comments on “Justice For Tanu Sharma: नोएडा फिल्म सिटी में जुटे समाजसेवी और मीडियाकर्मी, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन”
tanu i suport you
Rajat Sharma ke Khilaaf chal rahi hai ghatiya Saazish….Virodh pradarshan karnewalon me wo shaksh bhi hai, jise ladki bazi ke chalte Rajat ji na baahar ka rasta dikha diya tha…ye bechare pradarshankari nahi jaante….
1.Tanu Sharma ne turant resign kyu nahi kiya ?
2.20 saal se bedaag chal rahe sansthan me kya kisi aur reporter me itni himmat nahi thi jo kal ki aayoi Tanu Sharma me hai ?
3.Sari mahila reporters tez tarrar aur apne adhikaron se awgat hai…kya virodhi ye maan baithe hai, ki 20 saal se wo torture chup chap seh rahi hai…ye hasyaspad hai…
4.Iska dusra pehlu ye bhi hai ke kuch hi mahine pehle aakar Itna bada ilzam lagana, aur atmahatya ka filmi scene karne ki harkaton ke piche Rajat ji ke Dushmanon ka hath hai…
5. peedit aur soshit mahilon ke liye banaye gaye.. kanoon ke mis-advantage ka ye ganda example hai…
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6..Zara khule dimag se soch ke dekhiye….agar chand wo log jinke khilaf INDIA TV ne khabarein chalai, ya wo jinko naukari se nikala gaya, aise 3-4 log, ek saazish rachte hai….ek ladki ko India TV me plant kiya jaata hai.chand hi mahinon me wo management aur khas taur pe Rajat ji aur Ritu ji per ghatiya aarop lagati hai….Channel ke saamne atmahatya ka melo-drama kiya jaata hai…taki ye khabar aag ki tarah phaile…..Ye bhi to Asli Sach Ho Sakta hai…..To social media pe padhkar bina soche samjhe, sadak pe mat utriye…
Nisha Mishra is also a crimnal personality who support terrorist
and we all sport Tanu Sharma
nobody do not repeat again in future
Must be CBI inquiry in this case. Police and administration is supporting to India TV, is a very dirty politics by India TV. India TV should accept their mistakes and show apology in this case. Social organizations must support to Tanu Sharma and insure to justice to Females. We should talk/speek agaist India TV without fear.