अतुल अग्रवाल का एक नाम ठरकीवाल भी है। हिंदी खबर चैनल का ये कुख्यात एडिटर अपने एम्प्लॉयी के ऊपर बात बात पर चीखता है, गाली देता है.
कौन कब वॉशरूम गया…कब खाने गया…किससे बातें कर रहा है…ये सब जानने के लिए ये बेचैन रहता है. इसका बस चले तो…वॉशरूम में भी कैमरे लगवा दे…
यहां काम करने वाला इंसान घुट घुट कर जी रहा है… शायद मजबूरी में… लेकिन मैं नहीं…मैं वाकिफ था… इसके रवैए से लेकिन किसी शख्स के कहने पर जॉइन किया…..
1 मई को जॉइन किया. अभी माहौल समझ रहा था… काम करने का तरीका देख रहा था. 1 दिन भी ऐसा नहीं गया जिस दिन ये अतुल अग्रवाल किसी पर चीखा न हो…
मुझे डर था कहीं मेरे साथ भी ऐसा न हो पर 5 मई को ऐसा हो गया… बिना गलती ही अतुल ने मुझसे बदतमीजी की जबकि 4 दिन हुए जॉइन किए… मैंने ऑफिस ख़त्म होने के बाद कॉल कर अतुल अग्रवाल को साफ बोला कि ऐसे चीखने के माहौल में काम नहीं कर सकता… उसने कॉल काट दी ये बोलकर कि कल बात करते हैं…
मैंने साफ साफ व्हाट्सएप पर लिख दिया और फैसला कर लिया कि अब नहीं जाना… लेकिन तिवारी सर् ने बुलाया कि आओ मैं संभाल लूंगा… जिसके बाद आज दोपहर जब मैं रनडाउन का काम खत्म करके घर जा रहा था.. तब अतुल अग्रवाल बोले आओ कल के व्हाट्सएप पर किए सवालों का जवाब देता हूं… और अंदर केबिन में ले जाकर चीखना शुरू… उसने बदतमीजी की और बोला कल से मत आना…
मैंने भी ऊंची आवाज में बात की क्योंकि मेरी भी इज़्ज़त है…जिसके बाद फिर से बदतमीजी पर उतर आए…और मेरा हाथ पकड़ने की कोशिश की…. जिसके बाद मैंने भी हाथ चला दिया… क्योंकि स्वाभिमान मेरे लिए पहले है…जॉब बाद में…
उसके यहां एक काम करने वाले जितेंद्र नाम के लड़के ने मुझे हाथ पकड़कर हटाया… और नम्बर बढ़ाने के लिए धक्का दिया… ये है हिंदी खबर का हाल!
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.