पहले से ही ‘कम वेतन, ज्यादा काम’ के कारण मीडिया में पहचाने जाने वाले टोटल न्यूज यानि टोटल टीवी में भी वही होने लगा है जो बाकी मीडिया संस्थानों में हो रहा है।
15 हजार से कम सैलरी वाले कर्मचारियों के वेतन से दो से ढाई हजार रुपये पी एफ के नाम पर काटे जा रहे हैं. वहीं पंद्रह से बीस हजार वेतन वालों की तनख्वाह में 15 फीसदी, 20 से तीस हजार वालों के वेतन में बीस प्रतिशत तो तीस से ऊपर के वेतन वालों की सेलरी 25 फीसदी काट दी गई है।
कटौती का विरोध न कर सकें, इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों से बॉन्ड साइन कराए गए हैं. हवाला दिया गया है कि कंपनी के हालात खराब होने की वजह से स्टाफ कम न करना पड़े, इसलिए यह फैसला किया गया है.
जहां एक तरफ वेतन कटौती से तमाम कर्मचारी सदमे में हैं वहीं कंपनी की एचआर अमिता शर्मा और ट्रॉसपोर्ट के प्रभारी संजय शर्मा की बदसलूकी से स्टाफ आहत है.
दस बजे की शिफ्ट में आने वाले कर्मचारियों को सात बजे से ही गाड़ी में पिकअप के नाम पर बैठने को मजबूर किया जा रहा है.
एचआर का हाल ये है कि हर छोटे-बड़े कर्मचारी को ये कहते हुए प्रताड़ित करती हैं कि सब जगह नौकरियां जा रही हैं, शुक्र मनाओ एहसान करते हुए तुम्हें वेतन दे रहे हैं.
एचआर हेड खुद कोरोना के डर से महीने में चार दिन आफिस आती हैं जबकि यदि किसी कर्मचारी का ड्यूटी करने के बावजूद अटेंडेंस शीट पर साइन छूट जाता है तो वेतन काट लेती हैं या प्रताड़ित करती हैं.
इतना ही नहीं, कर्मचारियों को सेनेटाइजर, मास्क, ग्लब्ज और पिकअप-ड्रॉपिंग पर खर्च होने का ताना मारकर प्रताड़ित कर रही हैं.
संस्थान के कर्मचारी जितना वेतन कटने की वजह से सदमे में हैं उससे ज्यादा अधिकारियों के रवैये से असंतुष्ट हैं.
यहां काम करने वाले जो वरिष्ठ लोग हैं उनसे कोई अपना दुखड़ा सुनाए तो वो दूसरों के मत्थे मढकर पीछा छुड़ा लेते है. कुछ लोग मोटी सेलरी के लालच में मौनी बाबा बने हैं.
कुल मिलाकर महामारी के इस दौर में कर्मचारियों पर चौतरफा मार पड़ रही है. पहली ये कि कोरोना काल में रिस्क लेकर नौकरी पर आ रहे हैं, दूसरा वेतन कटौती की मार झेल रहे हैं, तीसरा एचआर और ट्रांसपोर्ट का उत्पीड़न झेलना पड़ रहा है और चौथा इनपुट-आउटपुट हेड अपनी बचाने के फेर में कर्मचारियों का उत्पीड़न चुपचाप होता देख रहे हैं.
एक पीड़ित कर्मचारी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
Socialaha
July 28, 2020 at 6:50 pm
aur toh aur haal ye hai ki salary june ki abhi tak aayi nahi hai….head log apne mein busy hain….aur junior level ke log kaise kaam kar rhe….koi nahi smjh rha…jiska ghr 15,16 hazar se chal rha hai use pareshan kiya ja rha hai…jiski 50,60,70,80 hai wo toh maje mein hain he….pis raha hai yaha bhi middle class
OUT
September 24, 2020 at 8:23 pm
yahan ki HR behan ki laudi aur randi hai