समाचार प्लस चैनल के मालिक उमेश कुमार के पाप का घड़ा भर गया. जिस स्टिंगबाजी के कारण उमेश कुमार शून्य से चलकर शिखर तक पहुंचा था, उसी स्टिंगबाजी ने उसे सलाखों के पीछ भिजवा दिया. उत्तराखंड पुलिस ने उमेश कुमार को अरेस्ट कर लिया है. देहरादून पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच समाचार प्लस के सीईओ उमेश कुमार को कोर्ट में पेश किया है. उमेश का कहना है- ”मेरे खिलाफ यह एक बड़ी साजिश है और सरकार से उन्हें खतरा है”.
रंगदारी और षड्यंत्र का मामला देहरादून के राजपुर थाने में 10 अगस्त को समाचार प्लस चैनल के ही खोजी पत्रकार आयुष पंडित ने चैनल के सीईओ उमेश कुमार शर्मा, आयुर्वेद विवि के कुलसचिव (निलंबित) मृत्युंजय मिश्रा, राहुल भाटिया, चैनल के ही पत्रकार व उमेश के भांजे प्रवीण साहनी और सौरभ साहनी के खिलाफ दर्ज कराया था.
आयुष पंडित का आरोप है कि उमेश स्टिंग ऑपरेशन के बल पर राजनेताओं और अधिकारियों से वसूली करता है. मुख्यमंत्री का स्टिंग न करने पाने पर उसने धमकाया और जान से मारने की धमकी दी. देहरादून की एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि कोर्ट से वारंट प्राप्त करने के बाद कर पुलिस ने उमेश को गाजियाबाद में इंदिरापुरम स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.
उमेश पर त्रिवेंद्र सरकार को अस्थिर करने का आरोप है. पुलिस ने उमेश को गाजियाबाद के उनके घर से गिरफ्तार किया. इस मामले में मृत्युंजय मिश्रा समेत चार अन्य के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है. उमेश को सलाखों के पीछे भिजवाने में उनके समाचार प्लस चैनल के खोजी पत्रकार आयुष पंडित का हाथ है. आयुष ने देहरादून के राजपुर थाने में उमेश कुमार समेत चार अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया.
आयुष का कहना है कि उसके माध्यम से उमेश कुमार ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव समेत कई अन्य अफसरों के स्टिंग का तानाबाना बुना था. उमेश राज्य में राजनैतिक अस्थिरता पैदा कर अपना स्वार्थ साधना चाहता था. उमेश की पत्नी सोनिया शर्मा का कहना है कि उनके पति पर लगाए गए आरोप निराधार हैं. सोनिया के मुताबिक सरकार उनके पति को फंसाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने पुलिस पर घर पर छापेमारी के दौरान अभद्र व्यवहार करने का भी आरोप लगाया.
उत्तराखंड के प्रमुख अधिकारियों और राजनीतिक व्यक्तियों का स्टिंग आपरेशन करने की कोशिश और जान से मारने की धमकी देने के आरोपों में ‘समाचार प्लस’ चैनल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) उमेश कुमार शर्मा की गिरफ्तारी के बाद से मीडिया जगत में हड़कंप है.
उत्तराखंड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, कानून और व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि रविवार को प्रदेश पुलिस द्वारा शर्मा के नोएडा स्थित कार्यालय तथा गाजियाबाद में उनके आवास पर दबिश दी गयी और तलाशी ली गयी. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने बताया कि ‘समाचार प्लस’ चैनल के पत्रकार आयुष पंडित ने पुलिस को एक प्रार्थनापत्र देकर उमेश शर्मा और अन्य के विरूद्ध आरोप लगाया कि शर्मा ने उन्हें उत्तराखंड के प्रमुख अधिकारियों एवं राजनीतिक व्यक्तियों के स्टिंग करने के लिए कहा था. स्टिंग न हो पाने पर आयुष को जान से मारने की धमकी दी गयी.
अशोक कुमार ने बताया कि आयुष पंडित के बयान के आधार पर देहरादून के राजपुर थाने में उमेश कुमार शर्मा तथा अन्य के खिलाफ मुकदमा संख्या 100/18 धारा 386, 388, 120 (बी) के तहत दर्ज किया गया. विवेचना के उपरांत शर्मा व अन्य के खिलाफ गैर जमानती वारंट तथा उनके दफ्तर और आवास के लिये तलाशी वारंट जारी करवाया गया.
इसके बाद उत्तराखंड पुलिस ने उनके आवास और कार्यालय में दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. उमेश कुमार के कार्यालय व आवास से विभिन्न प्रकार के फोन, हार्ड् डिस्क, पैन ड्राइव, मेमोरी कार्ड, आइपैड, लैपटॉप और डीवीडी बरामद किये गये हैं. इसके अलावा 39 लाख 73 हजार रूपये और 16279 अमेरिकी डॉलर, 11030 थाइलैंड की मुद्रा भी बरामद की गयी है. अशोक कुमार ने बताया कि शर्मा को देहरादून लाया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.
इस प्रकरण पर फेसबुक पर कुछ वरिष्ठ पत्रकारों की टिप्पणियां यूं हैं :
Shambhu Dayal Vajpayee : एक स्वनाम धन्य संपादक गिरफ्तार कर लिये गए। रीजनल न्यूज चैनल समाचार प्लस के मालिक उमेश कुमार शर्मा गाजियाबाद में कल उत्तराखंड पुलिस ने उन्हें पकड़ा तो उनके घर से कई लाख रुपये और विदेशी मुद्रा भी बरामद हुई। उमेश जी बडे हाहाकारी पत्रकार माने जाते हैं। जमीन का धंधा करते करते पत्रकारिता में आए या पत्रकारिता से जमीन के धंधे में गए, नहीं जानता। तीन साल से वह वाई श्रेणी सुरक्षा प्राप्त हैं। दो साल पहले उन्होंने तब के मुख्य मंत्री हरीश रावत का स्टिंग किया था तो भाजपा नेताओं के दुलारे थे। उसके बाद उत्तराखंड में भाजपा की सरकार बन गई। अब मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत का स्टिंग करने की सोची तो दबोच लिये गए। ब्लैकमेलिंग और उगाही के आरोप हैं। पैसा ही सबकी प्राथमिकता है। पत्रकार किसे कहेंगे और पत्रकारिता क्या है, उसे कितनी आजादी दी जानी चाहिए, इस पर नये सिरे से विचार-बहस होनी चाहिए।
Biswajit Bhattacharya : चैनल मालिक गिरफ्तार. यूपी-उत्तराखंड के एक क्षेत्रीय न्यूज चैनल के मालिक गिरफ्तार। गाजियाबाद में उनके आवास से गिरफ्तार कर यूपी- उत्तराखंड की पुलिस द्वारा उन्हें देहरादून लाया गया है। स्टिंग ऑपरेशन द्वारा ब्लैकमेलिंग के अलावा एक बेहद गंभीर मामले से जुड़ा उनपर इल्जाम है। नोएडा स्थित समाचार प्लस चैनल के दफ्तर पर उत्तराखंड पुलिस ने छापा मारा। यहां से लाखों की रकम की बरामदगी की खबर है। एडिटर इन चीफ और सीईओ उमेश कुमार को रविवार सुबह ही गिरफ्तार किया गया था। उनके दो भानजे समेत 5 लोगों पर चैनल के ही एडिटर इन्वेस्टिगेशन पंडित आयुष गौड़ की शिकायत पर एफआईआर हुई। दो अज्ञात भी आरोपी हैं। स्टिंग ऑपरेशन के जरिए उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और राज्य के बड़े अफसरों को फंसाने की साजिश का उमेश और बाकी लोगों पर है आरोप। षड्यंत्र की धारा 120बी भी लगाई गई। उमेश कुमार ने ही उत्तराखंड में राजनीतिक संकट के वक्त तत्कालीन सीएम हरीश रावत का स्टिंग किया था। उस स्टिंग में विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त की बात कहते सुने गए थे हरीश रावत। उस मामले में रावत के खिलाफ सीबीआई जांच हुई थी और कोर्ट में केस चल रहा है।
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One comment on “समाचार प्लस वाले उमेश कुमार के पाप का घड़ा भर गया, स्टिंगबाजी में हुआ गिरफ्तार”
जिस पत्रकार को सुरक्षा की इतनी चिंता हो कि उसे कोई मार सकता हैं उसे पत्रकार नहीं कहा जा सकता . चंद नेताओं की चाटुकारिता करते हुए अगर इस मुकाम तक पहुंच गए तो अंत तो निश्चित है . और यही काम इस पत्रकार ने किया हैं . फर्क इतना हैं गुंडे खुले में हमला करते हैं , ये छुप कर हमला करते हैं .