लखनऊ : जामा मस्जिद का शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी अपनी प्रेस कांफ्रेंस में अक्सर तीखे सवालों पर भड़क जाता है. शनिवार को एक उर्दू अखबार के पत्रकार द्वारा सवाल पूछने पर इमाम बुखारी के गुर्गों ने पत्रकार को ही प्रेस कांफ्रेंस से बाहर कर दिया. इस पर हंगामा खड़ा हो गया. बाद में मौलाना बुखारी ने पत्रकारों से माफी मांगी. पीड़ित पत्रकार नवेद सिद्दीकी ने कैसरबाग कोतवाली में मौलाना अहमद बुखारी व उनके गुर्गों के खिलाफ अभ्रद्रता करने, अपहरण का प्रयास करने व हमलावर होने का आरोप लगा कर तहरीर दी है. हंगामे के बीच बुखारी को प्रेस कांफ्रेंस बीच में छोड़कर जाना पड़ा.
दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम प्रेस कांफ्रेंस में रिपोर्टर से भिड़ गये. रिपोर्टर ने शाही इमाम से एक सवाल क्या पूछ लिया, शाही इमाम ने सिक्योरिटी गार्ड बुलवा कर रिपोर्टर को प्रेस कांफ्रेंस से बाहर करा दिया. पीड़ित पत्रकार नवेद ने मीडिया को बताया- “अहमद बुखारी की प्रेस कांफ्रेंस चल रही थी और मैंने उनसे सवाल किया कि आपको यूपी में किसकी हिमायत हासिल है, साथ ही सूबे के कितने उलेमाओ आपके साथ हैं? इसके बाद तुरंत उनका सिक्यूरिटी गार्ड आया और उसने मुझे बहार कर दिया.” बाद में बुखारी ने गार्ड की कारगुजारी पे माफ़ी मांग लिया. इमाम बुखारी ने कहा “मैं मामले को देखूंगा और मैं उसकी तरफ से माफ़ी मांगता हूं जिसने भी ये किया है.” ये घटना तब घटी जब बुखारी मुस्लिम उलेमाओ के साथ बैठक करने के बाद प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे.
ये पहला मौका नहीं है, जब बुखारी की प्रेस कांफ्रेंस में विवाद हुआ है. इससे पहले 2012 में बुखारी लखनऊ में अपने संवाददाता सम्मेलन के दौरान पत्रकार मो. अब्दुल वाहिद चिश्ती के सवाल पर बिफर पड़े थे. यही नहीं उसे मारने भी दौड़े और कहा कि सिर कलम करवा दूंगा. बाद में पत्रकार ने स्थानीय हजरतगंज थाने में शाही इमाम और उनके समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी.