भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में स्वामी विवेकानन्द की जयंती को युवा दिवस के रूप मनाया गया. इस अवसर पर अमरीका से आए डॉ. सुदेश अग्रवाल ने वैज्ञानिकों को विज्ञान की भाषा में अध्यात्म सिखाने की बीड़ा स्वामी विवेकानंद ने ही उठाया था.
वैज्ञानिकों को उनकी ही भाषा में अध्यात्म सिखाने के लिए विवेकानंद अमरीका गए और प्रसिद्ध वैज्ञानिक निकोल टेसला और थॉमस एल्वा एडिसन सहित अन्य वैज्ञानिकों से संवाद किया. डॉ. अग्रवाल ने कहा कि आज अमरीका में भारतीयता का क्या प्रभाव स्वामी विवेकानन्द के प्रयासों से ही है. दुनिया भर के कई वैज्ञानिकों पर स्वामी विवेकानंद छाप साफ दिखाई देती है. उन्होंने बताया कि अमरीका का सबसे धनी व्यक्ति रॉकर फेलर सामाजिक कार्यों में रूचि नहीं लेता था लेकिन स्वामी विवेकानन्द के संपर्क में आने के बाद उसने विभिन्न सामाज सेवा और शिक्षा संस्थानों की स्थापना की. मार्थिन लूथर किंग ने भी स्वामी विवेकानन्द को अपनी प्रेरणा का स्रोत बताया था. कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. बृजकिशोर कुठियाला ने और संचालन जनसंचार विभाग के अध्यक्ष संजय द्विवेदी ने किया.