संत प्रसाद के बिना टीवी9 भारतवर्ष नंबर एक के बिल्कुल क़रीब है। पर संत प्रसाद के साथ एबीपी न्यूज़ सातवें नंबर पर है। मतलब साफ़ है। संत का जलवा फेक था। संत के शिष्यों ने हवा भर भर के उन्हें टीआरपी मास्टर का दर्जा दिला दिया।
इसी हो हल्ला में एबीपी न्यूज़ को उन्होंने सपने दिखाए और एबीपी न्यूज़ प्रबंधन जाल में फँसकर संत को तारणहार मानते हुए अपने पास बुला लिया। मौक़ा भुनाते हुए संत ने पहले तो टीवी9 भारतवर्ष प्रबंधन की पीठ में छुरा घोंपा। फिर एबीपी न्यूज़ के पाले में जा खड़ा हुए।
संत को गाजे बाजे के साथ एबीपी नेटवर्क में लाया गया और एबीपी प्रबंधन ने उन्हें काम करने के लिए फ्री हैंड दिया। उनके मन मुताबिक़ लोग रखे और निकाले गए।
देखते देखते कई महीने बीत गए लेकिन एबीपी न्यूज़ ऊपर चढ़ने की बजाय नीचे की तरफ़ ही गिरता जा रहा है। संत के आने का कोई रिजल्ट नहीं आया। चैनल जहां था उसी के इर्दगिर्द घूमता रहा। सवाल पूछा जा रहा है कि आख़िर टीआरपी मास्टर की मास्टरी का जलवा एबीपी वाले कब देख पाएँगे?
ये सवाल अब एबीपी प्रबंधन भी संत प्रसाद से पूछने लगा है। टॉप लेवल की बैठकों का दौर जारी है। कोलकाता से प्रबंधन के लोग नोएडा आकर डेरा डाले हुए हैं। कहा जा रहा है कि संत प्रसाद पर परफॉर्म करने का अब ज़बरदस्त ‘करो या मरो’ टाइप वाला दबाव है। देखना है वे ‘कर’ के दिखा पाते हैं या….
देखिए इस साल के 23वें हफ़्ते की टीआरपी-
Wk 23’23(3rd-9th June ),NCCS All 15+ yrs,
0600-2400 hrs ,Rel.Share % HSM 12 Hindi National News Channel ,4 Wks Rolling Average
TV Screen
News18 India-14.6 UP 0.2
TV9 Bharatvarsh-14.0 UP 0.0
Aaj Tak-13.3 UP 0.3
India TV-12.5 DN -0.1
Republic Bharat-12.5 DN -0.3
Times Now Navbharat-9.4 DN -0.1
ABP News-7.0 DN -0.2
News Nation-5.2 UP 0.0
Good News Today-5.2 UP 0.1
News 24-3.6 DN 0.0
Bharat 24 -1.7 DN 0.0
DD News-0.9 DN 0.0