हिंदी न्यूज वेबसाइट्स में पहले नवभारत टाइम्स और उसके बाद भास्कर डॉट कॉम ने अश्लील और बेहूदे कंटेट्स की सारी हदें पार कर जिस तरह पेजव्यूज के कारोबार में सफलता के झंडे गाड़ दिए, उसने अन्य न्यूज वेबसाइट्स को तेजी से आगे बढ़ने का आसान रास्ता दिखाया और इसे फॉलो करने में सबसे आगे रहा है, अमर उजाला डॉट कॉम। सबसे ज्यादा दुखद बात यह है कि अमर उजाला डॉट कॉम में पेजव्यूज के चक्कर में मां-बेटे या भाई-बहन से जुड़े रेप या सेक्स की खबरों को भी चटखारेदार हेडलाइन से लगाया जाता है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग पढ़ें। ताजा उदाहरण अमर उजाला डॉट कॉम के एक खबर का है जो भाई-बहन के पवित्र त्योहार रक्षाबंधन के मौके पर पब्लिश की गई।
जितनी घटिया खबर है, उससे भी ज्यादा घटिया इसकी कॉपी। इस खबर को पढ़कर आपको पता लग जाएगा कि हिंदी वेब पत्रकारिता में कितनी ज्यादा गिरावट आई है? इसके लिए कौन कसूरवार है…संपादक या पाठक। ये आप तय करें। इस खबर को चार पार्ट में प्रकाशित किया गया है, काल्पनिक तस्वीरों के साथ ताकि क्लिक और पेज व्यूज बढ़े। नीचे अमर उजाला डाट काम से कापी करके पूरी खबर दे रहे हैं… खुद पढ़िए और देखिए कि किस तरह ये धंधेबाज मीडिया घराने प्रिंट और टीवी के बाद अब वेब मीडिया में भी गंदगी फैलाने लगे हैं…
15 साल के भाई ने 13 साल की सगी बहन को किया प्रेगनेंट
टीम डिजिटल
मंगलवार, 12 अगस्त 2014
अमर उजाला, दिल्ली
हमने अभी कल ही राखी मनाई और आज ही एक ऐसी खबर आई जिसने भाई-बहन के रिश्ते को तार-तार कर दिया। डेली मेल के मुताबिक आयरलैंड के बेलफास्ट में रहने वाले एक 15 साल के लड़के ने अपनी ही 13 साल की बहन को प्रेगनेंट कर दिया।
बेहद हैरान कर देनी वाली इस खबर में लड़की न सिर्फ प्रेगनेंट हुई बल्कि उसने बच्चे को भी पैदा किया।
चूंकि ऐसे केस में बच्चों का नाम सार्वजनिक करना ठीक नहीं, इसलिए मामला ही जान लेना काफी होगा।
माना जा रहा है कि साल ये लड़की ने 13 साल होने तक का जीवन बड़े ही तनाव और ऊंच-नीच से होकर गुजरा।
13 साल की इस किशोर लड़की ने एक लड़के को जन्म दिया। मामला बेलफास्ट के कोर्ट में जा पहुंचा। इस मामले में कोर्ट ने अपना फैसला अब सुनाया है।
ये घटना साल 2012 की है। अब किशोर लड़की की उम्र 16 साल की है। लेकिन अकेली लड़की अब भी बच्चे को संभालने के लिहाज से छोटी है।
जांच के दौरान पहले तो लड़के का भाई खुद को बच्चे का पिता नहीं मान रहा था, लेकिन डीएनए और पेटर्निटी टेस्ट ने सब दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया।
लड़का कोर्ट की प्रोसीडिंग में कहीं भी नहीं था। वो कोर्ट में कहीं भी नहीं था।
इसके बाद कोर्ट ने लड़की को अभी भी मानसिक तौर पर छोटा होने और फैसला ना ले पाने योग्य समझते हुए बच्चे को किसी मां-बाप को गोद देने की बात कही और उसकी कस्टडी ली।
कोर्ट ने लड़की को भी केयर होम के हवाले करते हुए उसकी देख-भाल करने के आदेश दिए हैं।
आपको बता दें कि हाल ही में एक केस ऐसा और भी आया था जहां सात साल से शादी शुदा दंपति को पता चला कि असल में वो भाई-बहन हैं।
सिकंदर हयात
August 13, 2014 at 1:01 pm
इसके आलावा भी देखे तो पानीपत में एक गोदाम में बलात्कार हुआ तो ये ढक्कन खबर लगाते हे की ”मस्जिद के पास हुआ बलात्कार ” बताइये खुलेआम तनाव फैलाकर टी आर पि बटोरना
vishal shukla
August 13, 2014 at 1:23 pm
इसके अलावा भी सभी वेब वाले चाहें वह चैनलों के वेब एडीशन हों या अखबारों के….बेहद घटिया और दोयम दर्जे की खबरें लिखी जाती हैं. ‘आपको ऱखे आगे’ का दावा करने वाले एक चैनल में काम करने वाले एक मित्र ने बताया था कि कुछ दिनों पहले उनके वेब एडीशन की बालीबुड खबरों सनी लियोन जी के तस्वीरें लगाई जाती थी….कि अचानक एक नई अदाकारा जो सनी लियोन जी से भी अव्वल दर्जे के फोटोज के लिए आजकल चर्चित हैं उनके फोटो लगाए जाने लगे……कि अचानक एक दिन लगभग नग्न किस्म की फोटो पड़ने के बाद ‘उपर’ से फोन आया कि ये कुछ गड़बड़ है… इसके बाद वो सत्वारे हटाईं गईं…ये है सच्चाई इन लोगों की….इन समूहों में प्रारंभिक पदों पर काम करने वाले आईआईएमसी में हमारे साथी रह मित्र बताते हैं कि कई बार जो घटिया खबरें वो कर रहे होते हैं उससे अधिक विचलित कर देने वाली और संवेदन शील खबरें एएनआई की फीड पर या किसी अन्य स्रोत से आती हैं लेकिन वो चुपचाप उन घटिया खबरों को करते हुए पत्रकारिता की नौकरी करते रहते हैं……..