Yashwant Singh-
भड़ास ब्लाग और भड़ास4मीडिया डाट काम के निर्माण में भाई रवि रतलामी का बहुत बड़ा योगदान है. तकनीकी ज्ञान उनसे ही हासिल हुआ.
कम्युनिटी ब्लाग भड़ास से मीडिया न्यूज पोर्टल भड़ास4मीडिया डाट काम तक की यात्रा के गुरु रवि रतलामी जी रहे.
वे एक शांत, अंतर्मुखी और शालीन व्यक्ति थे.
हिंदी ब्लागिंग के शुरुआती दौर का बच्चा बच्चा रवि रतलामी जी को जानता है. उन्होंने डिजिटल साक्षरता की रोशनी फैलाई. हम हिंदी भाषी वालों को अकल दी कि कैसे ब्लाग बनाते हैं और कैसे हिंदी यूनीकोड में लिखते हैं.
कह सकते हैं उंगली पकड़ कर चलना सिखाया. एक बार जब हम लोग सीख गए तो फिर उनका साथ हाथ छोड़ कर दौड़ पड़े. रवि रतलामी जी ने कभी किसी की बात का बुरा नहीं माना. कभी किसी से कोई अपेक्षा नहीं की. वे एक टेक प्रोफेशनल की तरह अपना काम बिना हो हल्ला किए करते रहे. उतने ही चुपके से एक दिन वो इस दुनिया से चले भी गए. उन्हें श्रद्धांजलि!
भड़ास ब्लाग का एक स्क्रीनशाट दे रहा हूं. भड़ास ब्लाग के बाद भड़ास4मीडिया डाट काम की यात्रा के कुछ माह पूरे होने पर लिखा था, ब्लाग पर. आभार प्रकट में सबसे पहले रवि रतलामी जी का नाम लिया गया है. अंकित माथुर भाई ने इस स्क्रीनशाट को भेजा है.
हिंदी ब्लागिंग से जुड़े हम सभी लोगों के दिलों में रवि रतलामी जी सदैव रहेंगे
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